इंदौर-भोपाल रोड पर गुरुवार देर रात एक सड़क हादसे में तीन दोस्तों की मौत हो गई, जबकि एक दोस्त गंभीर है। हादसा रात करीब दो बजे खजूरी सड़क थाना क्षेत्र में फॉरच्यून होटल के पास हुआ। चारों दोस्त सीहोर के एक ढाबे से खाना खाकर लौट रहे थे। कार प्रीत आहूजा चला रहा था। उसके साथ विशाल डाबी, पंकज सिसोदिया और राहुल कंडारे (27) सवार थे।
तेज रफ्तार में कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार दो हिस्सों में बंट गई। प्रीत, विशाल और पंकज की मौके पर ही मौत हो गई। राहुल गंभीर रूप से घायल है और निजी अस्पताल में भर्ती है। हादसे का एक फुटेज ही सामने आ पाया है, जो घटनास्थल से 100 मीटर दूर का है। इसमें पेड़ से हुई टक्कर से पहले कार का तेज हॉर्न बजता सुनाई दे रहा है। कार प्रीत के बड़े भाई कमलेश की है, जिसे वह घर से बगैर बताए लेकर निकला था।
कपड़ों की दुकान पर काम करते थे चारों दोस्त:
प्रीत के भाई कमलेश का कहना है कि एक ही मोहल्ले में रहने वाले चारों बचपन के दोस्त थे। इनमें प्रीत बैरागढ़ में अपनी कपड़े की दुकान पर बैठता था, जबकि पंकज, विशाल और राहुल भी कपड़े की अलग-अलग दुकानों में काम करते थे। प्रीत रोज की तरह गुरुवार शाम भी दुकान जाने के लिए घर से निकला था।
लेकिन वह दोस्तों के साथ घूमने निकल गया। रात ढाई बजे उसे कॉल किया जो किसी राहगीर ने रिसीव किया। तब इस हादसे का पता चला। विशाल और प्रीत 12वीं तक पढ़े थे, जबकि पंकज ने 8वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी।
बेसहारा हुए नेत्रहीन पिता: इस दर्दनाक हादसे ने तीन परिवारों के चिराग बुझा दिए। इनमें पंकज घर का इकलौता बेटा था। पुलिस ने बताया कि उसकी मां का बीमारी के कारण निधन हो चुका है। पिता नेत्रहीन हैं। बड़ी बहन की शादी के बाद पंकज ही पिता की देखरेख करता था। अब बेटे के चले जाने से वह हमेशा के लिए बेसहारा हो गए।”
हादसे के बाद 110 पर आकर रुका स्पीडोमीटर
हादसे के बाद कार का स्पीडोमीटर 110 किमी/घंटा पर आकर रुक गया। जानकार बताते हैं कि हादसे के वक्त रफ्तार 120 किमी/घंटा या इससे ज्यादा रही होगी। क्योंकि पेड़ से हुई टक्कर के बाद अचानक कार रुक गई। जब तक स्पीडोमीटर और नीचे आता, इससे पहले ही इंजन डेड हो गया।