जॉर्डन ने भी की स्थिति संभालने की कोशिश
ईरान ही नहीं, जॉर्डन भी अपने बयानों में स्थिति को संभालने की कोशिश करता दिख रहा है। अम्मान ने इस बात पर जोर दिया कि जॉर्डन की कार्रवाई उसकी आत्मरक्षा और हवाई क्षेत्र में संप्रभुता की रक्षा का मामला था। जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान अल-सफादी अपने फिलिस्तीन समर्थक बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि ईरानी ड्रोन और मिसाइलों के गिरने का खतरा था। अगर ये खतरा इजरायल से आया होता तो भी जॉर्डन यही कार्रवाई करता। जॉर्डन के राजा के समर्थकों ने आगे बयान जारी कर कहा, "हम इज़राइल के सहयोगी रक्षक या कठपुतली नहीं हैं। जॉर्डन की कार्रवाई उसके अपने सुरक्षा हितों के अनुरूप थी। ईरानी हमले के बाद जॉर्डन कैबिनेट ने एक बयान जारी कर कहा कि वे अपनी जानकारी के लिए सोशल मीडिया के बजाय केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।
ईरान ही नहीं, जॉर्डन भी अपने बयानों में स्थिति को संभालने की कोशिश करता दिख रहा है। अम्मान ने इस बात पर जोर दिया कि जॉर्डन की कार्रवाई उसकी आत्मरक्षा और हवाई क्षेत्र में संप्रभुता की रक्षा का मामला था। जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान अल-सफादी अपने फिलिस्तीन समर्थक बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि ईरानी ड्रोन और मिसाइलों के गिरने का खतरा था। अगर ये खतरा इजरायल से आया होता तो भी जॉर्डन यही कार्रवाई करता। जॉर्डन के राजा के समर्थकों ने आगे बयान जारी कर कहा, "हम इज़राइल के सहयोगी रक्षक या कठपुतली नहीं हैं। जॉर्डन की कार्रवाई उसके अपने सुरक्षा हितों के अनुरूप थी। ईरानी हमले के बाद जॉर्डन कैबिनेट ने एक बयान जारी कर कहा कि वे अपनी जानकारी के लिए सोशल मीडिया के बजाय केवल आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।