इस ग्राउंड में लाइट की भी सुविधा नहीं है। जिसके कारण कई बार शाम के समय अंधेरे में ही प्रैक्टिस करना पड़ता है। किसी भी प्रकार का संसाधन नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को अपने जुगाड़ से ही प्रतियोगिता की तैयारी करनी पड़ती है। कई बार तो राज्य के बाहर होने वाले राष्ट्रीय प्रतियोगिता में आर्थिक अभाव के कारण भाग लेने के लिए नहीं जा पाते हैं। खिलाड़ियों का कहना है कि अगर समुचित संसाधन मिल जाता तो हमलोग प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर पाते।