गाजा में 23 जनवरी को मारे गए 24 सैनिक हमास के ठिकाने को तबाह करने के लिए पहुंचे थे। द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक सैनिक दो इमारतों में डेटोनेटिव्स प्लांट कर रहे थे। उन्हें खबर मिली थी कि यहां हमास का ठिकाना है।
जिस वक्त सैनिक इमारत ढहाने के लिए उसमें बम लगा रहे थे तभी हमास आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। इस दौरान एक गोली बम पर जाकर लगा गई और धमाका हुआ। इसके बाद इमारत ढह गई। सभी सैनिकों की मौत हो गई। मारे गए सैनिकों में से एक अपराधी था।
मां को दुखी देखा तो सैनिक बनने का सोचा
23 साल का सेड्रिक गारिन का जन्म फिलिपींस में हुआ था। बाद में वो अपनी मां के साथ इजराइल आ गया था। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वो सफाई कर्मी की तरह काम करता था। एक समय ऐसा आया जब वो जुर्म की गिरफ्त में आ गया। उसे जेल भेजा गया। इस बात से उसकी मां काफी दुखी थी। वो मां को ऐसे नहीं देखना चाहता था इसलिए उसने सेना में आने का फैसला किया।
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) की वेबसाइट के मुताबिक सेना के साथ जुड़ना सेड्रिक गारिन के जीवन का सबसे बड़ा और अच्छा कदम था। जब वो जेल में बंद था तो उसने पुलिस से कहा था कि उसे सेना की ट्रेनिंग चाहिए। कहता था- केस चलने दो पर ट्रेनिंग दे दो। सेना के कानूनों के तहत उसे ट्रेनिंग दी गई और सेना में शामिल किया गया।
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई
गाजा में 24 सैनिकों की मौत के बाद इजराइल में मातम है। इजराइली डिफेंस फोर्सेस यानी IDF ने इन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। इसके कुछ देर बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट ने वॉर कैबिनेट के साथ बयान जारी किया।
नेतन्याहू ने कहा- जंग जारी रहेगी। हमने अपने 24 सैनिक खोए हैं। इनके सम्मान में हमारे सिर झुक गए हैं। हम इनकी शहादत का बदला लेंगे। ये तय मानिए कि ये जंग आखिरी जीत तक रुकने वाली नहीं है।
जीत का इरादा ज्यादा मजबूत
इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा- हमारा टारगेट मुश्किल जरूर है, लेकिन हम इसे हासिल करके ही रहेंगे। हमने मिलकर जंग लड़ी है और मिलकर ही जीतेंगे। एेसे मुश्किल वक्त में एकता ज्यादा जरूरी हो जाती है। इसके लिए जो जरूरी होगा, वो किया जा रहा है और किया जाएगा।
नेतन्याहू ने आगे कहा- हमारी फौज इस वक्त दुश्मन के इलाके में बहुत अंदर तक ऑपरेशन में जुटी है। खान यूनिस को घेरा जा चुका है और वहां जबरदस्त जंग चल रही है। हमारे पैराट्रूपर्स ने पूरा इलाका घेर लिया है। बहुत जल्द इस इलाके से आतंकियों का सफाया कर दिया जाएगा।
डिफेंस मिनिस्टर योव गैलेंट ने कहा- मैं फिर कहना चाहता हूं कि इजराइल जंग नहीं चाहता, लेकिन हमास ने हालात ऐसे पैदा कर दिए कि अब उनका खात्मा ही जंग खत्म करने का सबसे अच्छा रास्ता है। हर इजराइली की सुरक्षा के लिए यही सबसे बेहतर विकल्प है।
खान यूनिस में जबरदस्त जंग
इजराइली सेना ने खान यूनिस इलाके को घेर लिया है। सोमवार रात से यहां जबरदस्त फायरिंग हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद को इस इलाके से हमास के बारे में कुछ पक्की जानकारी मिली थी। इसके बाद एयरफोर्स ने यहां बमबारी में कई इमारतों को तबाह कर दिया। जब हमास की तरफ से फायरिंग में कमी आई तो ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया गया।
खान यूनिस के बाहरी इलाके में इजराइली सेना के टैंक मौजूद हैं। इसके अलावा पैराट्रूपर्स की दो यूनिट भी यहां उतार दी गईं हैं। यहां के ज्यादातर हिस्से घनी आबादी वाले हैं और माना जा रहा है कि घरों के अंदर हमास के टनल नेटवर्क के एंट्री शॉफ्ट मौजूद हैं। यही वजह है कि न सिर्फ इस इलाके में बल्कि इससे कुछ दूरी पर मौजूद समुद्री इलाके को भी घेर लिया गया है। पिछली बार 39 हमास आतंकी इसी समुद्री इलाके से भागने में कामयाब हो गए थे।