डूरंड रेखा रूसी और ब्रिटिश साम्राज्यों के बीच 19वीं शताब्दी में तय की गई थी। नवंबर, 1893 को ब्रिटिश सिविल सर्वेंट सर हेनरी मोर्टिमर डूरंड और उस समय के अफगान शासक अमीर अब्दुर रहमान के बीच डूरंड रेखा पर समझौता हुआ था। तत्कालीन ब्रिटिश भारत और अफगानिस्तान के बीच 2,670 किलोमीटर की लाइन को मान्यता दी गई थी।