नई दिल्ली। भारतीय
खेल प्राधिकरण (साई) को कोरोना महामारी के बीच ही राष्ट्रीय बैडमिंटन शिविर के सुरक्षित
संचालन के लिए जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) तैयार करने की योजना बनानी
चाहिये। महिला बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू के पिता पीवी रमन्ना ने कहा कि खिलाड़ियों
की सुरक्षा पक्की करने के लिए उन्होंने और कड़े नियमों को बनाये जाने पर बल दिया है।
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि साई की मानक संचालन प्रक्रिया के अलावा हम खिलाड़ियों
की ट्रेनिंग के समय के बीच में 30 मिनट का अंतर कर सकते हैं और प्रत्येक खिलाड़ी को
एक अलग कोर्ट दे सकते हैं क्योंकि वहां आठ कोर्ट हैं।' रमन्ना ने कहा, ‘साथ ही हमारे
पास शीर्ष स्तरीय विदेशी कोच हैं और ऐसे में एक खिलाड़ी के साथ एक कोच को रखा जा सकता
है, इससे हम आपके संपर्क को कम कर सकते हैं।' दुनिया भर में क्रिकेट, गोल्फ और फुटबॉल
जैसे खेलों की बहाली के लिए अधिकारियों ने जैविक रूप से सुरक्षित माहौल तैयार किया
है जहां खिलाड़ियों, कोचों और अन्य स्टाफ एक विशेष स्थान पर रखा जाता है और उनके प्रवेश
और बाहर जाने पर रोक होती है। वहीं पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन अरविंद भट्ट ने कहा, ‘मुझे
लगता है कि राष्ट्रीय शिविर के लिए जैविक रूप से सुरक्षित माहौल तैयार करना अच्छा विचार
है।' उन्होंने कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की तैयार कर रहे खिलाड़ी भारत के
शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं और उन्हें बंद जगह पर रखना समझदारी भरा होगा।