स्पेन ने रिकॉर्ड चौथी बार यूरो कप फुटबॉल का खिताब जीत लिया है। बर्लिन के ओलंपिया स्टेडियम में रविवार देर रात खेले गए फाइनल में इंग्लैंड को 2-1 से हराया। इसके साथ ही स्पेन सबसे ज्यादा चार बार यूरो कप का टाइटल जीतने वाली टीम बन गई है।
90 मिनट के मुकाबले में स्पेन के लिए निको विलियम्स (47वें मिनट) और सब्सिट्यूट प्लेयर मिकेल ओयारजाबल ने (86वें मिनट) गोल किए। वहीं, इंग्लैंड के लिए इकलौता गोल कोल पामर (73वें मिनट) ने किया।
इंग्लैंड की यूरो कप में फाइनल में लगातार दूसरी हार है। इससे पहले 2020 में अपनी मेजबानी में खेले गए यूरो कप के फाइनल में उसे इटली से हार का सामना करना पड़ा था।
दोनों टीमों की स्टार्टिंग-11
स्पेन की स्टार्टिंग-11 : अल्वारो मोराटा (कप्तान), उनाई सिमोन, दानी कार्वाजल, रॉबिन ले नॉर्मंड, एमेरिक लापोर्टे, मार्क कुकुरेला, रोड्री, फैबियन रुइज, लेमिन यामल, दानी ओल्मो और निको विलियम्स।
इंग्लैंड की स्टार्टिंग-11 : हैरी केन (कप्तान), जॉर्डन पिकफोर्ड, काइल वॉकर, जॉन स्टोन्स, मार्क गुएही, बुकायो साका, डेक्लान राइस, कोबी मैनू, ल्यूक शॉ, जूड बेलिंगहम और फिल फोडेन।
स्पेन ने सेमीफाइनल में फ्रांस को हराया
स्पेन 12 साल बाद यूरो कप के फाइनल में पहुंचा था। यूरो कप 2024 के खेले पहले सेमीफाइनल में फ्रांस को 2-1 से हराकर खिताबी मुकाबले में पहुंचा था।
इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में नीदरलैंड को हराया
इंग्लैंड ने जर्मनी के डॉर्टमंड के BVB स्टेडियम में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में नीदरलैंड को 2-1 से हराया और लगातार दूसरी बार टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचा था।
24 टीमों ने हिस्सा लिया
यूरो कप 2024 में कुल 24 टीमों ने हिस्सा लिया, जिनको 4-4 के छह अलग-अलग ग्रुप में बांटा गया। इनमें से ग्रुप स्टेज के मुकाबले खत्म होने के बाद सभी ग्रुप की टॉप-2 टीमें राउंड-16 के लिए क्वालिफाई की गई थीं। राउंड ऑफ-16 खत्म होने के बाद प्री-क्वार्टर फाइनल, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबला खेला गया।
स्पेन सबसे सफल टीम
चार खिताब के साथ स्पेन यूरो कप की सबसे सफल टीम बन गई है। इसके अलावा जर्मनी के पास 3 यूरो खिताब हैं। जर्मनी ने आखिरी बार साल 1996 में टूर्नामेंट जीता था।
1960 में खेला गया यूरो कप का पहला एडिशन, 4 टीमों ने लिया था हिस्सा
यूरो 2024, यूरोपीय चैम्पियनशिप का 17वां एडिशन है। जिसमें यूरोप की टॉप-24 टीमों ने हिस्सा लिया। यूरो कप का पहला एडिशन 1960 में खेला गया था। हर चार साल पर इसका आयोजन होता है। पहला एडिशन फ्रांस में खेला गया था। पूर्व सोवियत संघ ने फाइनल में यूगोस्लाविया को हरा कर खिताब पर कब्जा जमाया था।
1960 से 1976 तक चार टीमें खेलती थीं। वहीं 1980 तक फाइनल के साथ ही तीसरे प्लेस के भी मैच होते थे। 1980 में टीमों की संख्या बढ़ा कर 4 से 8 कर दी गई। 1992 तक 8 टीमों ने ही हिस्सा लिया, लेकिन 1996 में एक बार फिर से टीमों की संख्या में बढ़ोतरी की गई और 8 से बढ़ाकर 16 कर दी गई। इसके बाद 2016 से टूर्नामेंट में 24 टीमें हिस्सा ले रही हैं।
फीफा वर्ल्ड कप के बाद यूरो सबसे बड़ा इंटरनेशनल फुटबॉल टूर्नामेंट है। कोरोना के कारण 2020 का यूरो साल 2021 में हुआ था। हालांकि, अब यूरो 2024 फिर अपनी 4 ईयर की साइकिल में लौट आया है।