साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल अप्रैल में होने वाले इलेक्शन से पहले सियासी मुश्किल में फंस गए हैं। इस परेशानी की वजह और कोई नहीं, बल्कि उनकी पत्नी किम कियोन ही हैं।
किम पर आरोप है कि उन्होंने एक वर्ल्ड फेमस ब्रांड का बैग बतौर गिफ्ट लिया। 2023 के आखिर में किसी वक्त गिफ्ट लेते वक्त का स्पाय कैमरे से शूट किया गया वीडियो भी सामने आया था। इसी हफ्ते किए गए एक सर्वे के मुताबिक- देश के 69% वोटर चाहते हैं कि इस करप्शन की जिम्मेदारी प्रेसिडेंट खुद लें।
वीडियो पुराना, सियासी बवाल ताजा
फर्स्ट लेडी किम का स्पाय कैम से शूट किया गया वीडियो 2023 के आखिर में सामने आया। इसमें किम एक शख्स से लग्जरी ब्रांड का बैग लेती नजर आईं थीं। हालांकि, उस वक्त कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं था। अब खबर ये है कि प्रेसिडेंट यून के तमाम सहयोगी इस मामले में एक्शन न होने से नाराज हैं और उनका खुलकर विरोध कर रहे हैं।
साउथ कोरिया में जितने भी पूर्व राष्ट्रपति रहे हैं, उनकी पत्नियां आमतौर पर ज्यादा सामने नहीं आतीं थीं। उनका पॉलिटिकली एक्टिव होना तो वहां सामाजिक तौर पर अच्छा नहीं माना जाता था। बहरहाल, यून और किम के मामले में यह बात फिट नहीं होती। किम न सिर्फ पॉलिटिकली एक्टिव हैं, बल्कि अकसर कई मामलों पर बयान देती भी नजर आती हैं।
यह गिफ्ट है, घूस नहीं
इस मामले में दिक्कत सियासी तौर पर ज्यादा है। दरअसल, 10 अप्रैल को साउथ कोरिया में संसदीय चुनाव हैं। यून की पार्टी पहले ही कमजोर इकोनॉमी और लचर फॉरेन पॉलिसी को लेकर घिरी हुई थी। अब पार्टी में यून का विरोध बढ़ने लगा है। विपक्ष भी हमलावर हो चुका है, उसने तो अपने वीडियो चैनल पर फर्स्ट लेडी का यह वीडियो भी अपलोड कर दिया है।
इस वीडियो को जिस शख्स ने शूट किया, उसने ही किम को बैग भी गिफ्ट किया। यह शख्स ईसाई धर्म से जुड़ा पास्टर बताया गया है। कहा जा रहा है कि इस पास्टर ने अपनी रिस्च वॉच में लगे कैमरे से वीडियो बनाया। बैग की कीमत इंडियन करंसी में 1 लाख 83 हजार रुपए बताई गई है।
वीडियो में किम उस पास्टर से पूछती हैं- आप मेरे लिए यह सब चीजें क्यों लाते हैं? लोकल मीडिया के मुताबिक- वीडियो सितंबर 2022 का है। साउथ कोरिया के अखबार कोरिया हेराल्ड के मुताबिक- इस गिफ्ट को घूस नहीं कहा जा सकता, क्योंकि इसकी रसीद मौजूद है और यह गवर्नमेंट ऑफ साउथ कोरिया की प्रॉपर्टी है। बहरहाल, इन दलीलों से प्रेसिडेंट की पार्टी भी सहमत नहीं है।
जवाब दे सरकार
हालिया सर्वे के मुताबिक- देश के 69% वोटर चाहते हैं कि सरकार और प्रेसिडेंट खुद इस मामले में जवाब दें। दिसंबर में हुए सर्वे में 53% वोटर्स ने कहा था कि फर्स्ट लेडी ने जो कुछ किया वो गलत है। 51 साल की किम को वैसे भी फैशन आईकॉन कहा जाता रहा है।
साउथ कोरिया में हाल ही में डॉग स्लॉटर हाउस बंद करने और डॉग मीट पर बैन लगाया गया था। इसके पीछे फर्स्ट लेडी के कैम्पेन को ही जिम्मेदार माना गया। खुद प्रेसिडेंट ने भी इस डाॅग मीट बैन को खुला समर्थन दिया था। आलोचक कहते हैं कि किम पर्दे के पीछे से सरकार को कंट्रोल करती रही हैं। इस स्कैंडल के जोर पकड़ने के बाद से फर्स्ट लेडी किसी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर नजर नहीं आईं।
दूसरी तरफ, यून की पीपुल्स पॉवर पार्टी का कहना है कि साउथ कोरियाई मूल के अमेरिकी पास्टर ने जानबूझकर फर्स्ट लेडी को करप्ट ठहराने और उनके पति को सत्ता से हटाने के लिए यह साजिश रची।