साउथ कोरिया की सेना नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की हत्या की तैयारी कर रही है। न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक साउथ कोरिया ने स्वीकार किया कि उसकी सेना उत्तर कोरिया के किम जोंग उन की संभावित हत्या के लिए सक्रिय रूप से 'हत्या अभ्यास' (डिकैपिटेशन ड्रिल) कर रही है।
साउथ कोरिया के डिफेंस मिनिस्टर ने कहा- नॉर्थ कोरिया का सामना करने के लिए तानाशाह की हत्या एक ऑप्शन है। इसके लिए हमारी सेना ड्रिल कर रही है। इसके अलावा परमाणु हथियारों की तैनाती को भी ऑप्शन में रखा गया है। इसकी तैयारी भी की जा रही है। 'हत्या अभ्यास' में अमेरिकी सेना भी हमारा साथ दे रही है।
दरअसल, 31 दिसंबर को नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने 2024 के लिए अपना एक प्लान बताया था। इसके तहत नॉर्थ कोरिया 2024 में 3 और जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना बना रहा है। नॉर्थ कोरिया की योनहाप न्यूज एजेंसी के मुताबिक नॉर्थ कोरिया 2024 में और परमाणु हथियार भी बनाएगा। यह खबर सामने आने के बाद साउथ कोरिया के डिफेंस मिनिस्ट ने बयान जारी किया।
डिफेंस मिनिस्टर बोले- 'हत्या अभ्यास' पर खुलकर चर्चा करना संभव नहीं
साउथ कोरिया के डिफेंस मिनिस्टर ने कहा- तानाशाह की हत्या के बारे में खुलकर बात करना संभव नहीं है पर हमारी सेना इसकी ट्रेनिंग कर रही है। इनमें हवाई युद्धाभ्यास, प्रमुख सुविधाओं पर छापे और इनडोर मॉप-अप की तैयारियां की जा रही हैं। US आर्मी स्पेशल फोर्स और हमारी सेना ने दिसंबर में भी ड्रिल की थी।
साउथ कोरिया का साथ क्यों दे रहा अमेरिका
नॉर्थ कोरिया ने मार्च 2023 में पहली बार अपने परमाणु हथियार दुनिया को दिखाए थे। नॉर्थ कोरिया ने अपने परमाणु हथियारों को हवासैन-31 नाम दिया है। न्यूक्लियर एक्सपर्ट्स का मानना है कि नॉर्थ कोरिया के हथियार बेशक छोटे हैं फिर भी इन्हें इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलों पर लगाकर अमेरिका और साउथ कोरिया में तबाही मचाई जा सकती है। यही वजह है कि अमेरिका, साउथ कोरिया का साथ दे रहा है।
तानाशाह को मारना आसान नहीं
BBC के मुताबिक किम जोंग उन के पास प्राइवेट बख्तरबंद ट्रेन है। इसमें 20 बुलेटप्रूफ गाड़ियां भी हैं। इससे ट्रेन और भारी होती है, जिसका असर उसकी स्पीड पर भी पड़ता है। वो 59 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ज्यादा तेज नहीं चल पाती है।
इस ट्रेन को 1949 में किम के दादा किम इल संग को स्टालिन ने गिफ्ट किया था। ये कई डिब्बों वाली इंटर-कनेक्टेड ट्रेन है। जब भी किम उत्तर कोरिया या चीन की यात्रा करते हैं तो उनका सारा लाव-लश्कर इसी ट्रेन में उनके साथ होता है।
हालांकि, इस ट्रेन को लेकर ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। इस ट्रेन में ट्रैवल कर चुके पुराने अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन में एक कॉन्फ्रेंस रूम भी है, जहां किम जोंग काम कर सकते हैं। NK न्यूज ने रूसी विदेश मंत्रालय के अधिकारी के हवाले से बताया है कि ट्रेन में फ्रेंच वाइन के केस हैं। साथ ही खाने के लिए जिंदा लॉब्स्टर रखे जाते हैं।
नॉर्थ कोरिया तेजी से बढ़ा रहा मिलिट्री बिल्डअप
नॉर्थ कोरिया अपने मिलिट्री बिल्डअप को तेजी से बढ़ा रहा है। बीते दिनों नॉर्थ कोरिया ने कई सारे मिसाइल टेस्ट किए हैं। इनमें एक नई प्रकार की लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल, हाइपरसोनिक मिसाइल और परमाणु मिसाइल लॉन्च शामिल है।