दिग्गज ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश के छात्र आंदोलन के दौरान अपनी चुप्पी पर माफी मांगी है। इतना ही नहीं, शाकिब ने मामले पर पहली बार अपना रुख स्पष्ट किया है। 37 साल के शाकिब ने बुधवार को एक सोशल पोस्ट के जरिए होम ग्राउंड मीरपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने फेयरवेल टेस्ट के लिए समर्थन भी मांगा। यह मैच 21 से 25 अक्टूबर के बीच खेला जाएगा।
इससे पहले, बांग्लादेश के युवा और खेल सलाहकार, आसिफ महमूद शोजिब भुयान ने जोर देकर कहा था कि शाकिब को सुरक्षा मांगने से पहले अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। शाकिब पर पिछले महीने एक हत्या के मामले में शामिल होने का भी आरोप लगाया गया था। इस छात्र आंदोलन में शेख हसीना का तख्त पलट हुआ था।
शाकिब अल हसन की पोस्ट का हिंदी अनुवाद...
'सबसे पहले, मैं उन सभी छात्रों को सम्मानपूर्वक याद करता हूं, जिन्होंने भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन का नेतृत्व करते हुए अपने जीवन का बलिदान दिया या घायल हुए। मैं उनके और उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी श्रद्धांजलि और संवेदना व्यक्त करता हूं, हालांकि कोई भी बलिदान कभी भी प्रियजनों के नुकसान की पूरी तरह से भरपाई नहीं कर सकता है, लेकिन एक बच्चे या भाई को खोने का दर्द अपूर्णीय है। आप में से जो लोग इस महत्वपूर्ण समय के दौरान मेरी चुप्पी से आहत या निराश महसूस करते हैं, मैं उनकी भावनाओं को स्वीकार करते हुए ईमानदारी से माफी मांगता हूं। अगर मैं आपकी स्थिति में होता, तो शायद मैं भी ऐसा ही महसूस करता।
जैसा कि आप जानते हैं, मैं जल्द ही अपना अंतिम मैच खेलूंगा। अपने अंतिम मैच में, इस कहानी के अंतिम अध्याय में मैं चाहता हूं कि आप सभी मेरे साथ हों। मैं आप सभी के साथ खड़े होकर विदाई लेना चाहता हूं। मुझे उम्मीद है, और मैं सिर्फ उम्मीद ही नहीं करता, मुझे विश्वास है कि इस अंतिम क्षण में, आप सभी मेरे साथ खड़े होंगे। आप सभी कहानी को बंद करने के लिए वहां मौजूद होंगे, एक ऐसी कहानी जहां असली नायक मैं नहीं, बल्कि आप सभी हैं।'
शाकिब पर हत्या का आरोप लगा
डेली स्टार की रिपोर्ट अनुसार, रफिकुल इस्लाम ने कहा कि 5 अगस्त को उनका बेटा रुबेल अडाबार के रिंग रोड एरिया में विरोध कर रहा था। जिसमें रुबेल के साथ कई और भी स्टूडेंट्स शामिल थे। शाकिब समेत 147 लोगों पर इलजाम लगा कि उन्होंने आंदोलन करने वालों पर फायरिंग के आदेश दिए थे। साथ ही कई आरोपी फायरिंग करने वालों में भी शामिल थे।
गोलीबारी के दौरान रुबेल घायल हो गया था, उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन 2 दिन बाद ही उसकी मौत हो गई। जिसके बाद पिता ने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करा दी।
हसीना की सरकार में मंत्री थे शाकिब
शाकिल इसी साल सांसद बने थे। वे शेख हसीना की सरकार में मंत्री थे। देश में हिसंक प्रदर्शन के बाद शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। साथ ही उन्हें देश भी छोड़ना पड़ा। हसीना के इस्तीफे के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में चीफ एडवाइजर का पद संभाला है।
7 अगस्त को हुई थी रुबेल की हत्या, कनाडा में थे शाकिब
PTI के अनुसार, रफिकुल इस्मला के बेटे रुबेल की हत्या 7 अगस्त को आंदोलन के दौरान हुई। FIR में शाकिब को आरोपी नंबर 27 या 28 बनाया गया है। रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया कि शाकिब 5 अगस्त और प्रदर्शन के दौरान बांग्लादेश में ही नहीं थे।
बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन के दौरान शाकिब कनाडा गए थे। 26 जुलाई से 9 अगस्त तक कनाडा में हुई ग्लोबल टी-20 लीग में शाकिब ने हिस्सा लिया था। इतना ही नहीं, 26 जुलाई से पहले वह अमेरिका में मेजर लीग क्रिकेट खेल रहे थे।
विवादों से शाकिब का गहरा नाता
बांग्लादेश का यह स्टार ऑलराउंडर अक्सर मैदान और मैदान के बाहर विवादों के चलते चर्चा में बना रहता है। इस साल अप्रैल महीने में उन्होंने ग्राउंड स्टाफ के साथ हाथापाई की थी। उसका फोन छीनने की कोशिश की थी और उसे थप्पड़ मारने की धमकी भी दी थी। इसके अलावा वह मैदान पर विपक्षी टीम के खिलाड़ियों और अंपायर्स से भी कई बार भीड़ चुके हैं।