पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए जनरल इलेक्शन में किसी पार्टी को बहुमत (134 सीट) नहीं मिला। सरकार बनाने के लिए नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) समीकरण तैयार कर रही हैं।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने कहा है कि वो PML-N को बाहर से समर्थन देेंगे, लेकिन सरकार में शामिल नहीं होंगे।
इस बीच सोमवार को PPP की बैठक हुई। समा टीवी के मुताबिक पार्टी के नेताओं का कहना है कि उन्हें नवाज की पार्टी के साथ नहीं जाना चाहिए। एकतरफ जहां पंजाब से पार्टी नेताओं ने PML-N के साथ जाने पर जोर दिया। वहीं, बाकी नेताओं ने इसके खिलाफ सलाह दी है। आज पार्टी की मीटिंग फिर होगी।
सोमवार शाम ‘जियो न्यूज लाइव’ की रिपोर्ट में नया दावा सामने आया। इसके मुताबिक- दोनों पार्टियां पावर शेयरिंग फॉर्मूले पर विचार कर रही हैं। इसके तहत पांच साल के कार्यकाल में से 3 साल शाहबाज शरीफ और 2 साल बिलावल भुट्टो जरदारी वजीर-ए-आजम यानी प्रधानमंत्री रहेंगे।
2013 में बलूचिस्तान प्रांत में किसी को बहुमत नहीं मिला था। तब PML-N और नेशनल पार्टी (NP) ने मुख्यमंत्री पद के लिए इसी तरह का समझौता किया था।
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में कुल 336 सीटें हैं। इनमें से 265 सीटों पर चुनाव हुए। एक सीट पर चुनाव टाल दिया गया, जबकि एक सीट NA-88 के नतीजों को खारिज कर दिया गया है। यहां 15 फरवरी को फिर से वोटिंग होगी। बाकी 70 सीटें रिजर्व हैं।