चीनी राजदूत को वापस भेजो भारत के खिलाफ जहर उगल कर बुरे फंसे चेन सांग, नेपाल में जनता और सांसदों ने किया विरोध
Updated on
08-09-2023 02:13 PM
काठमांडू: भारत और नेपाल के संबंधों को खराब करने की कोशिश में चीन के राजदूत चेन सांग अब खुद ही घिर गए हैं। चीन में आम लोगों से लेकर राजनेता तक उनके बयान का विरोध कर रहे हैं। नेपाल में राष्ट्रीय एकता अभियान (REA) ने काठमांडू में चीनी दूतावास के सामने राजदूत को वापस भेजने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। अभियान ने नेपाल के आंतरिक मामलों में राजदूत के हस्तक्षेप को लेकर चिंता जताई। विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने चीनी राजदूत को वापस भेजो, कर्ज के जाल में न फंसें, हमारी संप्रभुता की रक्षा करें, हमारे मामलों में हस्तक्षेप बंद करें और चीनी विस्तारवाद का विरोध करें जैसे नारे लगाए।
REA के अध्यक्ष विनय यादव ने नेपाल-भारत संबंधों में तनाव पैदा करने वाले लापरवाह बयान देने के लिए चीनी दूतावास की आलोचना की। उन्होंने सरकार से राजनयिक चैनलों के माध्यम से इस मुद्दे को हल करने का आह्वान किया। इस दौरान उन्होंने चीन के कर्मों को भी याद दिलाया। उन्होंने कहा कि चीन की ओर से खासा सीमा को एकतरफा बंद करने से नेपाल में समस्या पैदा हुई है। लेकिन चीन पर हमारी सीमित निर्भरता के कारण प्रभाव न्यूनतम रहा है। जरूरत पड़ने पर भारत भोजन और बिजली का एक भरोसेमंद स्रोत रहा है और खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण मुद्दे हैं।
सांसदों ने किया विरोध
नेपाल में सांसदों ने चीनी राजदूत के बयान का विरोध किया। गुरुवार को प्रतिनिधि सभा के अंतर्राष्ट्रीय संबंध और पर्यटन समिति के एक सत्र के दौरान सांसद माधव कुमार नेपाल, भीम आचार्य, वर्षा मान पुन, महंत ठाकुर, धवल शमशेर राणा, शिशिर खनाल, प्रेम सुवाल और प्रभु साह ने चीनी राजदूत के बयान पर आपत्ति जताई। सांसदों ने कहा कि चीन को नेपाल के बाकी देशों से संबंध को लेकर बोलने से बचना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसी भी देश को नेपाल के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप से बचना चाहिए।
चीनी राजदूत ने उगला था जहर
चीनी राजदूत चेन ने कुछ दिनों पहले काठमांडू में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि नेपाल का दुर्भाग्य है कि भारत उसका पड़ोसी है। उन्होंने कहा था, 'दुर्भाग्य से भारत आपका पड़ोसी है, क्योंकि भारत एक बड़ा बाजार है, बड़ी संभावनाएं है, जिनका आप दोहन कर सकते हैं। लेकिन साथ ही नेपाल और अन्य पड़ोसियों के प्रति भारत की नीति अनुकूल नहीं है।' चीनी राजदूत के बयान का लगातार नेपाल में विरोध हो रहा है।
हरिनी अमरसूर्या श्रीलंका की नई प्रधानमंत्री बनाई गई हैं। इस पद पर पहुंचने वाली वह श्रीलंका की तीसरी महिला नेता हैं। वे 2 महीने पहले श्रीलंका में बनी अंतरिम सरकार…
ब्राजील की राजधानी रियो डि जेनेरियो में सोमवार को G20 समिट के पहले दिन PM नरेंद्र मोदी ने वर्ल्ड लीडर्स से द्विपक्षीय मुलाकातें की। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल…
तेल अवीव: हमास के वरिष्ठ सदस्य कथित तौर पर तुर्की में मौजूद हैं। रविवार को इजरायल के सरकारी टीवी KAN ने एक रिपोर्ट में बताया है। कुछ दिनों पहले यह रिपोर्ट…
रियाद: सऊदी अरब की सरकार ने धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के इस्तेमाल पर अहम फैसला लिया है। सऊदी ने निजी और कारोबारी इस्तेमाल के लिए धार्मिक और राष्ट्रीय प्रतीकों के…
वेलिंग्टन: न्यूजीलैंड में खालिस्तानियों को एक बड़ा झटका लगा है। ऑकलैंड में आयोजित एक विवादास्पद कथित खालिस्तान जनमतसंग्रह के बाद न्यूजीलैंड की सरकार ने बड़ा बयान दिया है। न्यूजीलैंड की सरकार…