मीडिया की तकनीक और उसकी सामग्री दोनों के तेवर लगातार रफ्तार से बदलते चल रहे हैं। लोग छपे हुए कागज से स्मार्टफोन की तरफ जा रहे हैं, और बहुत से लोग एक स्मार्टफोन से पूरा जर्नलिज्म भी कर रहे हैं। आने वाले बरसों में यह तस्वीर और कैसे बदलेगी यह जानने के लिए देश के सबसे बड़े मीडिया अध्ययन संस्थान, आईआईएमसी की प्रोफेसर डॉ. अनुभूति यादव से एक लंबी चर्चा की गई। उनकी लिखी गई किताबों में से एक ‘न्यू मीडिया’ भी है, और वे बहुत से अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ भी काम करती हैं। इस अखबार ‘छत्तीसगढ़’ के संपादक सुनील कुमार से उन्होंने अपनी सोच साझा की।