मां ब्रह्मचारिणी
शास्त्रों
में मां ब्रह्मचारिणी को मां दुर्गा का विशेष स्वरूप माना गया है I
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित है I मान्यता है कि मां
ब्रह्मचारिणी की आराधना से तप, शक्ति ,त्याग ,सदाचार, संयम और वैराग्य में
वृद्धि होती है और शत्रुओं को पराजित कर उन पर विजय प्रदान करती हैं.
नवरात्रि के द्वितीय दिवस पर विधि पूर्वक पूजा करने से मां ब्रह्मचारिणी
सभी मनाकोमनाओं को पूर्ण कर जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करती हैं I
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का महत्व
पौराणिक
कथाओं में मां ब्रह्मचारिणी को महत्वपूर्ण देवी के रूप में माना गया है.
मां ब्रह्मचारिणी नाम का अर्थ तपस्या और चारिणी यानि आचरण से है. मां
ब्रह्मचारिणी को तप का आचरण करने वाली देवी माना गया है I
मां ब्रह्मचारिणी का स्वरूप
मां
ब्रह्मचारिणी के दाहिने हाथ में तप की माला और बांए हाथ में कमण्डल है.
धार्मिक मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से जीवन में तप त्याग, वैराग्य,
सदाचार और संयम प्राप्त होता है.मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से
आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है. जीवन की सफलता में आत्मविश्वास का अहम
योगदान माना गया है. मां ब्रह्मचारिणी की कृपा प्राप्त होने से व्यक्ति
संकट आने पर घबराता नहीं है I