7 अक्टूबर से गाजा पर इजराइली हमले जारी हैं। दुनिया के तमाम देश इन पर सवाल उठा रहे हैं। करीब 21 हजार फिलिस्तीनी इन हमलों में मारे जा चुके हैं। अब पहली बार इजराइल ने माना है कि 24 दिसंबर को गाजा में दो हमले गलती से हुए और इसके लिए उसे अफसोस है। हालांकि, इजराइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) या सरकार ने इस गलती के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया।
इस गलती को मानने के बाद IDF ने गुरुवार रात गाजा के एक हॉस्पिटल के पास एयरस्ट्राइक की। इसमें 18 लोग मारे गए हैं। हालांकि, कई लोग मलबे में अब भी दबे हैं।
24 दिसंबर को क्या हुआ था
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक- 24 दिसंबर को IDF ने सेंट्रल गाजा के दो ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। इसके बाद गाजा की हमास कंट्रोल्ड हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा था कि यह हमला एक कॉम्पलेक्स पर किया गया है। इसमें दर्जनों लोग मारे गए हैं। अब पहली बार इजराइली सेना ने माना है कि यह हमले गलती से हुए थे।
IDF ने कहा कि अल मगहाजी पर 24 दिसंबर को हुए हमले ऑपरेशन का हिस्सा थे। इस बारे में इंटेलिजेंस इनपुट मिले थे। बयान के मुताबिक- इस बारे में शुरुआती जांच पूरी हो चुकी है। इससे पता चला कि एक बिल्डिंग को सही निशाना बनाया गया, लेकिन दूसरी इमारत को गलती से निशाना बना दिया गया। इसमें कुछ सिविलियन्स मारे गए। IDF की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी इस हमले के बारे में बारीकी से जांच कर रही है, ताकि फिर ऐसी गलती न हो।
इस इलाके मे रहने वाले एक शख्स ने मीडिया को बताया था कि हमले में कम से कम 70 लोग मारे गए थे। यह वास्तव में एक रिफ्यूजी कैम्प था। इसे 1949 में बनाया गया था। इसके करीब कुछ और रिहायशी इलाके हैं।
गाजा पर फिर एयरस्ट्राइक
गुरुवार रात इजराइली सेना ने फिर गाजा पर एयरस्ट्राइक की। यह हमला एक हॉस्पिटल के करीब की बिल्डिंग पर हुआ। हालांकि, हमले की जद में कुछ हद तक अस्पताल भी आ गया। अब तक की जानकारी के मुताबिक- 18 शव बरामद हुए हैं। 37 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे भी ज्यादा खतरनाक बात यह है कि बिल्डिंग के मलबे में कई लोग दबे हैं और यहां अब भी इजराइली एयरक्राफ्ट मंडरा रहे हैं।
शुक्रवार दोपहर इजराइली फाइटर जेट्स इस इलाके में कई बार देखे गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक- जिस हॉस्पिटल को नुकसान पहुंचा है, वो कुवैत सरकार ने कुछ साल पहले बनवाया था। इसके बेसमेंट में कई मरीजों का इलाज चल रहा है। इजराइली सेना ने इस बारे में अब तक कुछ नहीं कहा है।
इस बीच, न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया है कि गाजा की 23 लाख आबादी में से करीब 85% लोग बेघर हो चुके हैं। कुछ लोग कुवैत हॉस्पिटल के करीब शेल्टर होम्स में रह रहे थे। ये लोग इजिप्ट जाना चाहते थे, लेकिन वहां की सरकार ने इसकी मंजूरी देने से साफ इनकार कर दिया।