डेनमार्क के क्राउन प्रिंस फ्रेडरिक आंद्रे हेनरिक अब किंग बन गए हैं। महारानी माग्ररेथ-II ने रविवार को आधिकारिक तौर पर पद छोड़ने के बाद अपने बेटे फ्रेडरिक को राजगद्दी सौंपी। इस दौरान राजधानी कोपेनहेगन की सड़कों पर लाखों लोग जमा हुए।
द गार्डियन के मुताबिक, महारानी में एक त्यागपत्र पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने प्रिंस फ्रेडरिक को किंग बनाए जाने की घोषणा की। इस दौरान किंग फ्रेडरिक को सैल्यूट ऑफ ऑनर के साथ 3 बार 27 तोपों की सलामी दी गई।
फरवरी 2023 में भारत आए थे प्रिंस फेडरिक
डेनमार्क के प्रिंस (अब किंग) फेडरिक आंद्रे हेनरिक और प्रिंसेस (अब क्वीन कंसोर्ट) मेरी एलिजाबेथ फरवरी 2023 में आगरा पहुंचे थे। दोनों ने ताजमहल और आगरा किला देखा और इस दौरे को लेकर विजिटर डायरी में कमेंट भी लिखा था। इस दौरान उन्होंने फोटोशूट भी कराया था।
1972 में क्वीन बनी थीं माग्ररेथ-II
क्वीन माग्ररेथ-II ने 14 जनवरी 1972 में पिता किंग फ्रेडरिक IX के निधन के बाद सिंहासन संभाला था। 52 साल बाद वो यह पद छोड़ रही हैं। ब्रिटेन की क्वीन एलिजाबेथ-II के बाद क्वीन माग्ररेथ-II यूरोप में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली दूसरी शासक के तौर पर जानी जाती हैं।
पीठ की सर्जरी के बाद पद छोड़ने का ख्याल आया
83 साल की क्वीन मार्ग्रेथ की फरवरी 2023 में पीठ की सर्जरी हुई थी। इसके बाद से उनके मन में पद छोड़ने का ख्याल आया। उन्होंने 1 जनवरी 2024 को लोगों को संबोधित करते हुए कहा था- पीठ की सर्जरी के बाद भविष्य के बारे में विचार करने का समय मिला। मुझे लगने लगा कि अब अपने बेटे को ताज की जिम्मेदारियां सौंपने का वक्त आ गया है। मैंने तय कर लिया है कि 14 जनवरी 2024 पद छोड़ने और बेटे को जिम्मेदारी सौंपने का सही समय होगा।