राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद व्लादिमिर पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नवलनी की मौत पर चुप्पी तोड़ी। उन्होंने पहली बार अपने सबसे बड़े विरोधी एलेक्सी नवलनी की मौत पर बात की। कहा- उनकी मौत दुख की बात है। मैंने कैदियों की अदला-बदली में एलेक्सी के नाम को मंजूरी दी थी। लेकिन उसके पहले ही उनकी मौत हो गई।
पुतिन ने कई सालों में पहली बार नवलनी को नाम से पुकारा। उन्होंने कई बार एलेक्सी नाम लिया। उन्होंने कहा- एलेक्सी की अदला-बदली पश्चिमी देश के कैदियों से होने वाली थी। मैंने बस एक शर्त रखी थी। कहा था- अदला-बदली तभी होगी जब यह सुनिश्चित किया जाए कि एलेक्सी वापस रूस कभी नहीं आएगे। लेकिन ये सब होने से पहली ही एलेक्सी की मौत हो गई। हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। यही जीवन है।
नवलनी की टीम ने कैदियों की अदला-बदली की बात नकारी
नवलनी की टीम की एक मेंबर मारिया पेवचिख ने पुतिन की कैदियों की अदला-बदली वाली को नकारा है। उन्होंने कहा- पुतिन ने नवलनी की अदला-बदली को मंजूरी नहीं दी थी। उन्होंने नवलनी से छुटकारा पाने के लिए ऑर्डर दिए थे। नवलनी की प्रवक्ता किरा यारमाइश ने भी कहा कि था उन्हें पूरा यकीन है कि नवलनी की हत्या की गई है। इसके आदेश खुद राष्ट्रपति पुतिन ने दिए थे।
जेल में हुई थी नवलनी की मौत
नवलनी की मौत 16 फरवरी को रूस की सबसे खतरनाक जेल पोलर वुल्फ में हुई थी। जेल अफसरों ने कहा था- नवलनी की तबीयत खराब हुई थी। वे टहलकर लौटे थे, जिसके बाद उन्हें अच्छा महसूस नहीं हो रहा था। इसके बाद वे बेहोश होकर गिर गए थे। हालांकि, मौत की असली वजह सामने नहीं आई। रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि नवलनी की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई।
2020 में फ्लाइट में जहर देने की कोशिश हुई
नवलनी पर 2017 में जानलेवा हमला हुआ था। हमले में उनकी आंख में गंभीर चोट आई थी। साल 2018 में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में खड़े होने की कोशिश की, लेकिन धोखाधड़ी के आरोप के चलते वे ऐसा न कर सके। एलेक्सी ने इसे सरकार की साजिश बताया था। जुलाई 2019 में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने के ऐलान के बाद नवलनी को 1 महीने की जेल हुई थी।
उस वक्त जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद कहा गया कि नवलनी को जहर देने की कोशिश हुई है। इसके बाद साल 2020 में भी उन्हें जहर देने की कोशिश की गई। वह फ्लाइट में बेहोशी की हालत में पाए गए थे, जिसके बाद फ्लाइट की जर्मनी में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी।
उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ठीक होने के बाद गिरफ्तारी की खतरे के बावजूद नवलनी 2021 में रूस लौटे। रूस में कदम रखते ही सेना ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
नवलनी पर बनी डॉक्यूमेंट्री को ऑस्कर मिला
नवलनी ने यूक्रेन युद्ध को लेकर पुतिन के खिलाफ जेल से अभियान चलाया था। CNN के मुताबिक, अगस्त में सजा सुनाए जाने के बाद नवलनी ने कहा था कि सालों की ये सजा उनके लिए मायने नहीं रखती। 2022 में रूस के एलेक्सी नवलनी पर बनी डॉक्यूमेंट्री ने ऑस्कर अवॉर्ड जीता था। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम 'नवलनी' है।
अवॉर्ड को रिसीव करने के लिए नवलनी की पत्नी यूलिया नवलनया स्टेज पर पहुंची थीं। इस दौरान युलिया ने भावुक होते हुए कहा था- मेरे पति जेल में हैं केवल इसलिए कि उन्होंने सच कहा और लोकतंत्र को बचाने की कोशिश की। मैं उस दिन का इंतजार कर रही हूं जिस दिन तुम और हमारा देश आजाद होंगे।'
नवलनी पर बनी डॉक्यूमेंटरी में क्या है?
अमेरिकी कंपनी CNN और HBO ने मिलकर ये डॉक्यूमेंट्री बनाई थी। इसमें साइबेरिया में नवलनी पर हुए जानलेवा हमले से लेकर उनके रूस जाने और वहां गिरफ्तार होने की कहानी है। डॉक्यूमेंट्री में नवलनी के रूस में लोकतंत्र लाने और पुतिन के खिलाफ संघर्ष और इस दौरान झेली गई परेशानियों को दिखाया गया है।