पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले युवक की इंग्लैंड में हार्ट अटैक से मौत हो गई। युवक 2009 में इंग्लैंड गया था। युवक के पिता ने कहा कि उन्होंने अपनी रिटायरमेंट के बैनिफिट समेत सारी जमा-पूंजी बेटे पर लगा दी। वह कहता था कि इंग्लैंड का परमानेंट सिटीजन बनकर नए साल पर घर लौटेगा लेकिन अब उसकी देह लाने की भी मुश्किल हो गई है।
बटाला के तलवंडी भरत के रहने वाले सुखदेव सिंह ने बताया कि उनका बेटा तलविंदर सिंह (35) साल का था। मां-बाप का सपना पूरा करने के लिए वह 2009 में इंग्लैंड गया था। 14 साल पहले जब उन्होंने बेटे को विदेश भेजा तो बिजली बोर्ड से रिटायरमेंट के वक्त मिली सारी पूंजी लगा दी।
उसको विदेश भेजने पर करीब 16 लाख खर्च हुए। तब यही सोचा कि बेटा उनकी घर की आर्थिक हालत सुधार देगा। 14 साल उन्होंने आमने-सामने बेटे का मुंह भी नहीं देखा। बेटा अक्सर कहता था कि इंग्लैंड में पक्का होकर ही घर लौटेगा।
फिर बीती रात अचानक 2 बजे फोन आया कि तलविंदर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। उन्हें यकीन नहीं हुआ क्योंकि बेटे ने कहा था कि पीआर मिलते ही नए साल पर घर आऊंगा।
उन्होंने वहां किसी जानकार को फोन किया। उसे पूछा कि सच क्या है। उसने भी बता दिया कि उनके बेटे की मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि अब वे चाहते हैं कि बेटे का अंतिम संस्कार यहां कर सकें। आखिरी बार उसका चेहरा देख सकें। सरकार हमारी मदद करे और बेटे की मृत देह को भारत मंगवा दे।
मां अमरजीत कौर ने कहा कि बड़ी मुश्किल से बेटे को विदेश भेजा था। उसने वहां भी मेहनत कर रुपए जमा किए। वह रुपए भी पीआर लेने के लिए वहीं खर्च कर दिए। अब वही दुनिया से चला गया।