वेलफेयर स्कीम्स पर फोकस
सरकार के लिए अपनी फ्लैगशिप वेलफेयर स्कीम्स पर फोकस भी जरूरी है। इनमें पीएम आवास योजना, आयुष्मान भारत और जल जीवन मिशन शामिल हैं। इन योजनाओं का फायदा उठाने वाले लोगों में एक बहुत बड़ा वर्ग बीजेपी का वोट वैंक बनकर उभरा है। ऐसे में सरकार का लक्ष्य आने वाले दिनों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को इन योजनाओं से जोड़ना है। एक सूत्र ने कहा कि इन योजनाओं का सैचुरेशन सरकार के लिए बहुत जरूरी है। इनका लाभ जमीनी स्तर पर लोगों तक पहुंच रहा है और मनरेगा जैसी योजनाओं से नया इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है। इससे सरकार को राजनीतिक लाभ भी मिलता है।तीसरा मुद्दा बजट में की गई घोषणाओं को लागू करने का है। इसके भी अपने राजनीतिक फायदे हैं। पिछले बजट में सरकार ने करीब 30 बड़ी घोषणाएं की थी। इस फाइनेंशियल ईयर में अब केवल नौ महीने रह गए हैं। इसलिए इसकी समीक्षा भी जरूरी समझी जा रही है। एक सूत्र ने कहा कि ये सारी घोषणाएं अहम हैं और सरकार चाहती है कि इन्हें सही ढंग से लागू किया जाए। आम चुनावों में अब कुछ ही महीने का समय रह गया है। सरकार का जोर इकॉनमी को बूस्ट करने के लिए पूंजीगत खर्च करने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने पर रहेगा। अधिकांश प्रस्तावों को एक्सपेंडीचर फाइनेंस कमेटी और संबंधित मंत्रालयों से मंजूरी मिल चुकी है।