पेरू की राष्ट्रपति डायना बोलूर्ते के खिलाफ करप्शन मामले की जांच शुरू हो गई है। शुक्रवार देर प्रेसिडेंशियल पैलेस पर पुलिस ने छापा मारा। इसके अलावा डायना के निजी घर पर भी रेड की गई। डायना पर आरोप है कि उनके पास लग्जरी ब्रांड रोलेक्स समेत कुछ और बेशकीमती रिस्ट वॉच हैं। इनकी संख्या 14 बताई जा रही है।
रोलेक्स केस
पेरू में प्रेसिडेंट के इस करप्शन स्कैंडल को ‘रोलेक्स केस’ कहा जा रहा है। कुछ दिन से इस मामले में विपक्षी दल प्रेसिडेंट के पद पर बने रहने को लेकर सवालिया निशान लगा रहे थे। इसके बाद केस की जांच कराने का फैसला किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज किया और इसके कुछ ही घंटे बाद प्रेसिडेंट पैलेस और डायना के निजी घर पर रेड की गई।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक- डायना के निजी घर की तलाशी के लिए जब पुलिस पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद उसे तोड़ा गया। हालिया महीनों में डायना के कुछ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इसमें वो अलग-अलग तरह की कीमती रिस्ट वॉच पहने नजर आईं थीं। इसके बाद विपक्ष ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया।\
डायना बोलीं- कोई करप्शन नहीं किया
एक तरफ जहां विपक्ष हमलावर है, वहीं प्रेसिडेंट डायना बचाव में हैं। उन्होंने कहा- मेरे पास जो कुछ भी है, वो मैंने कड़ी मेहनत से कमाया है। जब मैं राष्ट्रपति भवन आई थी, तब भी मेरे हाथ साफ थे, और जब भी यहां से जाउंगी तो भी मेरे हाथ साफ ही रहेंगे। मैंने यह वादा देश के लोगों से किया था।
डायना के ऑफिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया- पुलिस तलाशी के लिए आई थी। इस दौरान कोई घटना नहीं हुई। प्रेसिडेंट की वकील मेतेयो कास्टेंडा ने कहा- पुलिसवालों की तादाद काफी ज्यादा थी और ऐसा लगता है कि वो सिर्फ तमाशा करने आए थे। उन्होंने करीब 10 घड़ियों के फोटोग्राफ्स लिए। हो सकता है वो अगले महीने प्रेसिडेंट से पूछताछ करें। हम इसके लिए तैयार हैं।
रेड के बारे में प्राइम मिनिस्टर गुस्तावो एड्रियनजेन ने कहा- जिस दिन छापा मारा गया उस दिन छुट्टी थी। मुझे तो लगता है कि यह राष्ट्रपति के सम्मान को ठेस पहुंचाने की साजिश है। जस्टिस मिनिस्टर एदुआर्दो अरेना ने कहा- यह छापा ही गैरकानूनी है।
सियासी असर क्या होगा
पेरू सियासी तौर पर राजनीतिक अस्थिरता का शिकार रहा है। यहां कई प्रेसिडेंट्स पर करप्शन के आरोप लगे और आखिरकार उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
डायना के पहले पेड्रो कास्तिलो राष्ट्रपति थे। सियासत में आने से पहले वो टीचर थे। सत्ता में आने के बाद कास्तिलो पर करप्शन के आरोप लगे। उन पर महाभियोग चला और आखिरकार उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद देश में इमरजेंसी लगाई गई। उस वक्त संसद भंग कर दी गई थी और तब विपक्ष ने कहा था कि ये चुनी हुई सरकार के तख्तापलट की साजिश है।
कास्तिलों के पहले 2020 में मार्टिन विजकेरा प्रेसिडेंट थे। उन्हें भी करप्शन के आरोप में कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। डायना पर आरोप है कि उनके पास करीब 50 हजार डॉलर का कार्टियर कंपनी का एक नेकलेस भी है। माना जा रहा है कि अब डायना को भी इस्तीफा देना पड़ेगा या उन पर महाभियोग चलेगा।