प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी BRICS समिट में शामिल होने के लिए रूस के कजान शहर पहुंच गए हैं। उनका यह दौरा 2 दिन का है। PM मोदी पिछले 4 महीनों में दूसरी बार रूस दौरे पर जा रहे हैं।
मोदी इससे पहले जुलाई में भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। PM आज शाम को BRICS लीडर्स के साथ डिनर में शामिल होंगे। रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलेंगे। उनकी कई लीडर्स के साथ अनौपचारिक बातचीत भी हो सकती है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक PM मोदी बुधवार को BRICS की मीटिंग में हिस्सा लेंगे। यह दो सेशन में होगी। सबसे पहले सुबह क्लोज प्लेनरी यानी बंद कमरे में बातचीत होगी। इसके बाद शाम को ओपन प्लेनरी होगी। इस दौरान PM मोदी कई नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत भी करेंगे।
चीनी राष्ट्रपति से 2 साल बाद बातचीत संभव
BRICS समिट की साइडलाइन में PM मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बातचीत होने की संभावना है। विदेश मंत्रालय ने कल ही बताया कि भारत और चीन के बीच लद्दाख में पेट्रोलिंग को लेकर समझौते पर सहमति बन गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसे में PM मोदी और जिनपिंग की बातचीत हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो 2 साल बाद दोनों नेता आपस में बातचीत करेंगे। दोनों के बीच आखिरी बार 2022 में इंडोनेशिया के बाली में G20 समिट के दौरान मुलाकात हुई थी।
हालांकि पिछले साल साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में हुई BRICS समिट में दोनों नेता शामिल हुए थे।
BRICS प्लस में शामिल होंगे विदेश मंत्री जयशंकर
PM मोदी 23 अक्टूबर को रूस से रवाना हो जाएंगे। इसके बाद 24 अक्टूबर को BRICS प्लस देशों के सेशन में भारतीय डेलिगेशन को विदेश मंत्री एस जयशंकर लीड करेंगे। यह सेशन 'BRICS और ग्लोबल साउथ' की थीम पर होगा।
इस समिट में कुल 28 देश और 5 अंतरराष्ट्रीय संगठन हिस्सा लेंगे। समिट के बाद BRICS देशों का साझा बयान यानी कजान डिक्लेरेशन जारी होगा। भारत कजान में नए कॉन्सुलेट की शुरुआत भी कर सकता है। यहां एक हजार से अधिक भारतीय छात्र रहते हैं।
अब तक 15 बार हो चुकी है BRICS समिट
2009 में BRIC देशों की पहली समिट हुई थी। इसका आयोजन रूस में हुआ था। इसके बाद 2010 में साउथ अफ्रीका के शामिल होने के बाद इसका नाम बदलकर BRICS हो गया। अब तक 15 बार BRICS समिट हो चुकी है। इस बार 16वीं समिट हो रही है।
रूस अब तक तीन बार BRICS समिट की मेजबानी कर चुका है। यह चौथा मौका होगा जब पुतिन BRICS की अध्यक्षता करेंगे।