तारीख- 2 जनवरी 2024, समय- शाम 5:47 बजे। जापान की राजधानी टोक्यो के हानेड एयरपोर्ट पर लैंडिंग से पहले एक पैसेंजर प्लेन एयरबस A350 कोस्ट गार्ड के प्लेन से टकरा गया। इससे पैसेंजर प्लेन में आग लग गई। विमान में करीब 379 लोग सवार थे। टक्कर के तुरंत बाद विमान के अंदर धुआं भर गया।
विमान में मौजूद 17 साल के पैसेंजर स्वीड एंटन देइबे ने एक स्वीडिश न्यूजपेपर को बताया- प्लेन के अंदर सिर्फ धुआं था। हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था। ये बिलकुल नर्क जैसा था। आग लगते से ही हम फर्श पर बैठ गए। इसके बाद इमरजेंसी दरवाजा खुला और हम बिना कुछ सोचे उसकी तरफ भागने लगे। हमें नहीं पता था कि हम कहां जा रहे हैं। हम बस उस विमान से बाहर निकलना चाहते थे।
पैसेंजर ने कहा- टक्कर होने पर तेज झटका लगा था
स्वीड अपने माता-पिता और बहन के साथ प्लेन से सुरक्षित निकलने में कामयाब रहा। BBC के मुताबिक, प्लेन में मौजूद एक और पैसेंजर 59 साल के सतोशी यामाके ने बताया- मुझे ऐसा लगा जैसे विमान एक तरफ झुक गया हो। टक्कर होने पर मुझे एक तेज झटका महसूस हुआ।
एक अन्य यात्री ने कहा कि विमान के जमीन पर छुते ही इसके किसी चीज से टकराने का एहसास हुआ था। प्लेन की खिड़की के बाहर एक बड़ी चिंगारी या चमक जैसी नजर आई और इसके बाद केबिन में धुआं भर गया। कई लोगों ने प्लेन के अंदर वीडियो भी रिकॉर्ड किए।
विमान के अंदर अंधेरा छाया, धुएं के बीच लोगों ने टॉर्च जलाई
इसमें यात्री अपने फोन की टॉर्च जलाए नजर आ रहे हैं। धुएं के बाद लोग चिल्लाने लगे। इस बीच क्रू मेंबर्स ने लोगों को निकलाने की कोशिश शुरू की। एक महिला यात्री ने जापानी मीडिया NHK से कहा- विमान के अंदर अंधेरा हो गया था। धुएं की वजह से कुछ नहीं दिख रहा था। प्लेन में तापमान बढ़ता जा रहा था। मुझे ऐसा लगा था जैसे आग अंदर भी आ जाएगी और हम सब मारे जाएंगे।
BBC के मुताबिक, एक पैसेंजर ने बताया कि विमान से बाहर निकलना बेहद मुश्किल हो गया था क्योंकि सिर्फ एक ही दरवाजा खुल सका था। क्रू ने अनाउंसमेंट की थी कि आग की वजह से प्लेन के बीच और आखिर में मौजूद दरवाजे को नहीं खोला जा सकता है।
इसके बाद सब लोग आगे के दरवाजे की तरफ भागने लगे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लोग एयरलाइन के इन्फ्लेटेबल स्लाइड्स की मदद से बाहर निकलते नजर आ रहे हैं।
90 सेकेंड तक प्लेन के एक तरफ ही थी आग
इस दौरान किसी के भी हाथ में उनका सामान नहीं है। एविएशन एक्सपर्ट एलेक्स माचेरस ने BBC को बताया कि शुरुआती 90 सेकेंड में आग सिर्फ विमान के एक तरफ लगी थी। इससे यात्रियों को निकालने में आसानी हुई। इस दौरान क्रू ने समझदारी के साथ पैसेंजर्स को निकालने पर फोकस किया।
पैसेंजर यामाके ने बताया कि शुरुआती 5 मिनट के अंदर ही सभी यात्रियों को निकाला जा चुका था। पूरे विमान में आग लगने में करीब 10-15 मिनट लगे। प्लेन में मौजूद रहे 28 साल के सुबासा सवादा ने कहा- हमारे लिए एक चमत्कार जैसा था।
हम अंदर मर सकते थे, लेकिन रेस्क्यू के दौरान सिर्फ कुछ लोगों को मामूली चोट आई। मैं जानना चाहूंगा कि ऐसा क्यों हुआ। जब तक मुझे इसका जवाब नहीं मिलता, मैं दोबारा प्लेन में सवार नहीं हो पाउंगा।
जापान में हादसे की जांच जारी
जापान की एविएशन एंड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री इस पूरे मामले की जांच कर रही है। रनवे पर दो विमानों के मौजूद होने का कारण तलाशा जा रहा है। एयरबस A350 में आग बुझाने में घंटों लग गए। प्लेन में सवार रहे 14 लोगों को हल्की चोट आई है। वहीं कोस्ट गार्ड के प्लेन में सवार 6 में से 5 क्रू मेंबर्स की मौत हो गई। वहीं पायलट गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है।