पाकिस्तान के इंटीरियर मिनिस्टर (गृह मंत्री) मोहसिन नकवी ने अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज की मौत में भारत का हाथ होने की आशंका जताई है। नकवी ने कहा है कि पिछले दिनों हुई हत्याओं में भी भारत सीधे तौर पर शामिल था। इस हत्या में भी वैसा ही पैटर्न नजर आ रहा है।
सोमवार को लाहौर में मीडिया से बात करते हुए नकवी ने कहा, "पाकिस्तान में पिछले दिनों में हुई कई हत्याओं में भारत के शामिल होने की आशंका है। हालांकि, पुलिस अभी इस मामले में जांच कर रही है। इसलिए कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।"
पाकिस्तान के मंत्री के आरोप पर फिलहाल भारत सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ दर्ज की FIR
दरअसल, रविवार (14 अप्रैल) को दो अज्ञात हमलावरों ने अमीर सरफराज की गोली मारकर हत्या कर दी थी। अमीर उस समय लाहौर के इस्लामपुरा में अपने घर में था, जब उस पर हमला हुआ। हमलावरों ने घर की घंटी बजाई और जैसे ही अमीर दरवाजा खोलने बाहर आया, उस पर पास से फायरिंग कर दी। इसके बाद अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
अमीर सरफराज के भाई जुनैद सरफराज की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात हमलावरों पर केस दर्ज कर लिया है। पंजाब प्रांत की सरकार ने केस को पुलिस के काउंटर-टेररिज्म डिपार्टमेंट को ट्रांसफर कर दिया है, जो ISI का ही एक हिस्सा माना जाता है।
अमीर पर सरबजीत को मारने का आरोप
माना जाता है कि अमीर सरफराज और उसके साथी ने ISI के इशारे पर साल 2013 में लाहौर जेल में बंद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। यह हत्या भारत में अफजल गुरु की फांसी के 2 महीने बाद हुई थी। अफजल 2001 के संसद हमले का मास्टरमाइंड था।
दिसंबर 2018 में पाकिस्तान की एक कोर्ट ने सबूतों की कमी का हवाला देते हुए सरबजीत की हत्या के आरोपियों को रिहा कर दिया था। उनमें अमीर सरफराज और मुद्दसर शामिल थे। किसी ने भी इन दोनों के खिलाफ गवाही नहीं दी थी।
पाकिस्तान लगाता रहा है भारत पर टारगेट किलिंग के आरोप
पाकिस्तान भारत पर टारगेट किलिंग का आरोप लगाता रहा है। पाकिस्तान का कहना है कि भारत गैर कानूनी तरीके से उसके नागरिकों को मार रहा है। वहीं पाकिस्तान के इन आरोपों को भारत के विदेश मंत्रालय ने झूठ और प्रोपेगैंडा बताया है। आरोपों पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है, "टारगेट किलिंग करना भारत की विदेश नीति में नहीं है।"
पाकिस्तान में पिछले कुछ महीनों में कई आतंकी ढेर
पिछले कुछ समय से पाकिस्तान में कई आतंकियों को अज्ञात हमलावरों द्वारा मारा जा रहा है। ब्रिटिश अखबार 'द गार्जियन' की हाल ही में आई एक रिपोर्ट में इन टारगेट किलिंग के लिए भारत को जिम्मेदार बताया गया था। अखबार ने दावा किया था कि भारत सरकार ने विदेशी धरती पर रहने वाले आतंकवादियों को खत्म करने की रणनीति के तहत पाकिस्तान में कई लोगों की हत्या की।
रिपोर्ट में लिखा गया था, "2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद से भारतीय खुफिया एजेंसी RAW ने 20 हत्याएं करवाईं। इन सभी को भारत अपना दुश्मन मानता था। भारत पर हाल ही में कनाडा और अमेरिका में सिखों की हत्या के आरोप लगे। इसके बाद यह पहली बार है जब किसी भारतीय इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने पाकिस्तान में चलाए जा रहे भारतीय ऑपरेशन पर बात की।"
दावा- भारत मोसाद और KGB से प्रेरणा ले रहा
'द गार्जियन' ने लिखा था, "एक भारतीय इंटेलिजेंस ऑपरेटिव ने हमें बताया कि इस तरह के ऑपरेशन को करने में सरकार के अप्रूवल की जरूरत होती है। भारत को ऐसा करने के लिए इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद और रूसी खुफिया एजेंसी KGB से प्रेरणा मिली। दोनों एजेंसियों को विदेशी धरती पर हत्याओं से जोड़ा जाता है।"