इस्लामाबाद । महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण भारत में स्कूल कॉलेज मार्च से बंद है जबकि पाकिस्तान में कई जगहों पर स्कूल खोल दिए। लेकिन पाकिस्तान सरकार पर स्कूल खोलने का फैसला जोखिमपूर्ण रहा है। सरकार की ओर से जारी कोविड-19 गाइडलाइन न मानने वाले स्कूलों पर 48 घंटे के भीतर कार्रवाई शुरू कर दी। सरकार ने 32 संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया। बता दें कि पाकिस्तान ने भारत से एक हफ्ते पहले 14 सितंबर को ही स्कूल-कॉलेज खोल दिए थे। पाकिस्तान के नेशनल कमांड एंड ऑपरेशंस सेंटर (एनओसीसी) की ओर से बताया गया कि पहले शुरुआती 48 घंटे में जो 22 संस्थान बंद किए गए उनमें से 16 खैबर पख्तूनखा इलाके के थे।
सील किए स्कूल कॉलेजों में से पांच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और एक इस्लामाबाद का है। वहीं सिंध सरकार ने भी ऐसे 10 स्कूल कॉलेज सील किए जो कोविड 19 को लेकर जारी एसओपी को नहीं मान रहे थे जिसकी वजह से कोविड 19 केस भी रिपोर्ट हुए थे। वहीं पाकिस्तान सरकार भी कोरोना संक्रमण पर काबू रखने को लेकर सख्ती बरत रही है। पाक सरकार ने स्कूल-कॉलेजों को पूरी गाइडलाइन के साथ खोला है और सख्ती से पालन कर रही है। गौरतलब है कि कोरोना से बचाव के लिए पाकिस्तान सरकार ने इमारतों को पूरी तरह सैनिटाइज करने के साथ साथ सोशल डिस्टेसिंग के सभी पैरामीटर्स को सख्ती से मानने को कहा गया था।
गाइडलाइन के मुताबिक, स्कूल-कॉलेज खुलने के दो हफ्ते बाद उन सभी का कोरोना टेस्ट होगा जो रेगुलर हैं-इनमें कर्मचारी, शिक्षक और स्टूडेंट्स सभी को शामिल किया गया है। छात्रों या शिक्षकों किसी को भी क्लास में मास्क उतारने की इजाजत नहीं है। कोई भी छात्र अपना कोई सामान आपस में साझा नहीं कर सकता। इसके अलावा स्कूल में प्रवेश करने पर थर्मल गन से टेंप्रेचर मापा जा रहा है।