इजराइली हमले में हसन नसरल्लाह की मौत के 32 दिन बाद हिजबुल्लाह ने नए चीफ की घोषणा की है। डिप्टी लीडर नईम कासिम को मंगलवार को संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई।
हिजबुल्लाह की तरफ से जारी किए बयान में कहा गया है कि कासिम को इस पद के लिए चुना है, क्योंकि उन्होंने संगठन के उसूलों का हमेशा पालन किया है। अल्लाह उन्हें अपने मिशन में कामयाब होने का रास्ता दिखाए।
कासिम संगठन में अब तक नंबर 2 की पोजिशन पर था। नसरल्लाह की मौत के बाद कासिम ने ही लेबनान की जनता को संबोधित किया था। UAE के मीडिया हाउस इरेम न्यूज के मुताबिक वह ईरान में रह रहा है।
कासिम ने 5 अक्टूबर को बेरूत छोड़ दिया था। उसे ईरान के विदेश मंत्री के विमान से ले जाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान के नेताओं ने इजराइल के डर से कासिम को निकालने का आदेश दिया था।
हिजबुल्लाह चीफ बनने की रेस में नईम से पहले हाशेम सैफिद्दीन का नाम आगे चल रहा था, जो नसरल्लाह का ममेरा भाई था। हालांकि, इजराइली एयरस्ट्राइक में उसे भी मार डाला गया। उसकी मौत की पुष्टि खुद इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने की थी।
कौन है हिजबुल्लाह का नया चीफ नईम कासिम
कासिम का जन्म 1953 में लेबनान के कफार किला गांव में हुआ था। 1970 के दशक में कासिम, लेबनान में शियाओं के अमल आंदोलन का हिस्सा बना था। अमल का काम शियाओं के अधिकारों को लेकर लड़ना था।
बाद में 1980 के दशक की शुरुआत में कासिम हिजबुल्लाह के आंदोलन के साथ जुड़ा और संगठन की स्थापना करने वाले संस्थापक सदस्यों में शामिल रहा।
कासिम दशकों से बेरूत में धार्मिक शिक्षा देता आ रहा है। कासिम 1991 में हिजबुल्लाह का डिप्टी सेक्रटरी जनरल बना था। वो हिजबुल्ला की सूरा काउंसिल का सदस्य भी है।