पाकिस्तान ने मंगलवार को भारत पर हथियारों का जखीरा इकट्ठा कर साउथ एशिया की शांति को बिगाड़ने का आरोप लगाया है। संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) के एक कमीशन की बैठक में पाकिस्तान ने कहा, "साउथ एशिया का सबसे बड़ा देश इस वक्त बड़े पैमाने पर हथियार बना रहा है। इससे इलाके की सुरक्षा को खतरा है।"
पाकिस्तान के प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने UN में डर जताया है कि भारत उन पर अचानक हमला कर सकता है। अकरम ने कहा, "भारत ने कोल्ड स्टार्ट जैसी युद्ध लड़ने की नीतियां अपनाई हैं, जिससे पाकिस्तान पर अचानक हमले का खतरा बढ़ गया है।"
दरअसल, कोल्ड सटार्ट नीति का मतलब जंग की स्थिति में सेना को परमाणु हमले के लिए तैयार करना है। अकरम ने आगे कहा कि हथियार खरीदने के मामले में भारत आज सबसे आगे है। कई देश उसे मिसाइलें, परमाणु और हथियार सप्लाई कर रहे हैं।
"पाकिस्तान के खिलाफ आतंक को बढ़ावा दे रहा भारत"
मुनीर ने यह भी कहा कि भारत लगातार पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई एक्शन न होने की वजह से हालात और खराब हो गए हैं। मुनीर ने कहा, "अगर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सही कदम नहीं उठाए तो यह वैश्विक तबाही का कारण बन सकता है।"
पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने भारत का नाम लिए बगैर कहा, "20 साल पहले साउथ एशिया को परमाणु हथियारों से मुक्त बनाने का वादा किया गया था। एक देश (भारत) ने इसके बावजूद परमाणु हथियारों की टेस्टिंग की। इससे हमें भी मजबूर होकर न्यूक्लियर वेपन बनाने पड़े।
पाकिस्तान बोला- कश्मीरियों का अधिकार छीना जा रहा
जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर बात करते हुए मुनीर अकरम ने कहा, "दशकों लंबे इस विवाद की वजह से 2 सेनाएं इतनी करीबी पर तैनात हैं। उनके पास घातक हथियार हैं, जिससे क्षेत्र की सिक्योरिटी सिचुएशन खराब है। कश्मीर में लगातार लोगों के अधिकारों को छीना जा रहा है।"
पाकिस्तान के प्रतिनिधि का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब खतरनाक हथियारों की निगरानी रखने वाले UN के सहायक कमीशन ने पाकिस्तान के उस्मान जादून को इस साल के लिए चेयरमैन नियुक्त किया है। सोमवार को इसके 3 हफ्ते के सेशन की शुरुआत हुई।
दूसरी तरफ पाकिस्तान की नई सरकार के मंत्री लगातार भारत से रिश्ते सुधारने से जुड़े बयान दे रहे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने मंगलवार को कहा कि भारत में लोकसभा चुनाव के बाद दोनों देशों के रिश्ते सुधरने की उम्मीद है। वहीं 23 मार्च को विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा था कि पाकिस्तान का व्यापारिक समुदाय भारत के साथ व्यापार बहाल करना चाहता है।