पाकिस्तान की नेवी ने सोमवार को समुद्र में फंसे 9 भारतीय नाविकों को रेस्क्यू किया। पाक नौसेना ने अपने मुल्क की मैरीटाइम सिक्योरिटी एजेंसी के साथ मिलकर यह ऑपरेशन चलाया। इस दौरान उन्होंने टग बोट SAS-5 के क्रू मेंबर्स को बचाया।
दरअसल, यह टग बोट (एक तरह का मर्चेंट वेसल) 1 फरवरी को महाराष्ट्र से UAE के लिए रवाना हुई थी। इसके बाद कराची से करीब 309 किमी दूर साउथ-ईस्ट में भारतीय तट के पास इस जहाज में खराबी आ गई। इसके जनरेटर ने काम करना बंद कर दिया। पाकिस्तानी नेवी के जॉइंट मैरीटाइम इन्फॉर्मेशन एंड को-ऑर्डिनेशन सेंटर को 4 फरवरी की सुबह अलर्ट सिग्नल मिला था।
पाकिस्तान नेवी ने 3 घंटे में जनरेटर की मरम्मत की
पाक नौसेना के मुताबिक, सिग्नल मिलते ही उन्होंने वेसल को खोजने के लिए अपने PMSS कश्मीर जहाज को रवाना किया। इसके बाद LRMP एयरक्राफ्ट और पेट्रोलिंग शिप ने मिलकर क्रू मेंबर्स को रेस्क्यू किया। पाक नेवी ने भारतीय क्रू को मेडिकल फैसिलिटी, पानी और भोजन भी दिया। जनरेटर की रिपेयरिंग का काम करीब तीन घंटे तक चला।
रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद ओशन टग SAS-5 फिर से UAE के शारजाह के लिए रवाना हो गया। पाकिस्तानी नेवी ने कहा कि टग बोट के चालक दल ने उन्हें मदद के लिए धन्यवाद कहा। नेवी ने कहा- यह सफल अभियान क्षेत्र में नाविकों की सुरक्षा करने और इमरजेंसी में भी सद्भावना और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान की प्रतिबद्धता का उदाहरण है।
भारतीय नौसेना ने 19 पाकिस्तानियों को समुद्री लुटेरों से बचाया था
इससे पहले 29 जनवरी को भारतीय नौसेना ने अरब सागर में सोमालिया के पूर्वी तट के पास 19 पाकिस्तानी नाविकों की जान बचाई थी। ईरान के झंडे वाले जहाज को 11 समुद्री लुटेरों ने किडनैप कर लिया था। इसके बाद नौसेना ने जहाज को रेस्क्यू करने के लिए अपना युद्धपोत INS सुमित्रा भेजा था।
इस जहाज का नाम FV अल नईमी था। जहाज में मौजूद सभी क्रू सदस्य पाकिस्तानी थे। समुद्री लुटेरों ने जहाज पर मौजूद सभी 19 पाकिस्तानियों को बंधक बना लिया था। रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद नौसेना ने लुटेरों को पकड़ लिया था। यह ऑपरेशन कोच्चि के पश्चिम से 850 नॉटिकल मील, यानी 1574 किलोमीटर दूर चलाया गया था।
बता दें कि इजराइल-हमास जंग के बाद से जहाज पर समुद्री लुटेरों के हमले काफी बढ़ गए हैं। अरब सागर में अब तक ऐसे 7 मामले सामने आ चुके हैं। इसे देखते हुए भारतीय नौसेना ने भी अरब सागर में युद्धपोतों की तैनाती को बढ़ा दिया है। दूसरी तरफ, यमन के हूती विद्रोही भी फिलिस्तीनियों पर हो रहे हमलों के विरोध में लगातार लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं।