अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी फौज ने 17 और 18 मार्च की दरमियानी रात उसके दो इलाकों पर एयरस्ट्राइक की। इसमें बच्चों और महिलाओं समेत आठ लोग मारे गए।
दूसरी तरफ, पाकिस्तान की तरफ से जो बयान जारी किया गया है, उसमें अफगानिस्तान शब्द का इस्तेमाल तक नहीं किया गया। इस बयान में कहा गया- इंटेलिजेंस इनपुट के बेस पर कार्रवाई की गई। वजीरिस्तान के कुछ इलाकों में यह ऑपरेशन हुआ। इसमें एक आतंकी कमांडर समेत 8 लोग मारे गए।
रात 3 बजे हमला
पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ की रिपोर्ट में अफगान हुकूमत के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद के हवाले से इस घटना के बारे में बताया गया है। मुजाहिद ने कहा- रविवार और सोमवार की दरमियानी रात करीब 3 बजे हमारे खोस्त और पकतिका प्रांत पर पाकिस्तानी एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने बमबारी की। यह रिहायशी इलाके थे। 8 लोगों की मौत हो गई। पाकिस्तान ने आम अफगान लोगों को निशाना बनाया है। मारे गए लोगों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
जरदारी ने दी थी बदला लेने की धमकी
शनिवार को पाकिस्तान के नॉर्थ वजीरिस्तान इलाके में आतंकी हमला हुआ था। इसमें दो फौजी अफसर मारे गए थे। प्रेसिडेंट आसिफ अली जरदारी इनको सुपुर्द-ए-खाक किए जाने के वक्त मौजूद थे। उन्होंने कहा था- शहीदों के खून का बदला लिया जाएगा। अगर सीमा पार से हमारे देश पर हमला होता है तो हम माकूल जवाब देंगे।
शनिवार को हुए हमले की जिम्मेदारी हाफिज गुल बहादुर ग्रुप ने ली थी। इसके बाद पाकिस्तानी फौज ने कहा था कि यह ग्रुप अफगानिस्तान में पनाह लेता है और बॉर्डर क्रॉस करके पाकिस्तान में हमले करता है। इसके बाद आतंकी फिर अफगानिस्तान के खोस्त इलाके में छिप जाते हैं।
अगर लोकेशन की बात करें तो अफगानिस्तान का पकतिका प्रांत पाकिस्तान के साउथ वजीरिस्तान से लगा हुआ है। वहीं, खोस्त प्राॅविंस नॉर्थ वजीरिस्तान का बॉर्डर एरिया है।
अफगानिस्तान पर आरोप लगाना बंद करे पाकिस्तान
तालिबान हुकूमत के प्रवक्ता मुजाहिद ने सोशल मीडिया पर कहा- पाकिस्तान कह रहा है कि उसने आतंकी अब्दुल्लाह शाह को निशाना बनाने के लिए हमला किया। शाह तो पाकिस्तान में रहता है। हम इन हमलों की निंदा करते हैं और पाकिस्तान से कहना चाहते हैं कि यह अफगानिस्तान की आजादी पर हमला है। अच्छा होगा कि पाकिस्तान अब हम पर आरोप लगाना बंद करे। वो अपनी नाकामी का ठीकरा अफगानिस्तान पर फोड़ना चाहते हैं।
हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के कुछ अफसर काबुल गए थे और उन्होंने वहां तालिबान लीडरशिप से बातचीत की थी। दूसरी तरफ, कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान बॉर्डर पर रुर-रुककर फायरिंग हो रही है। वहां के अफसरों ने इसकी पुष्टि की है।
खुर्रम एजेंसी के डिस्ट्रिक्ट पुलिस ऑफिसर मजहर जहां ने कहा- हमारा एक अफसर सोमवार को शहीद हुआ। दो सैनिक घायल हैं।