नॉर्थ कोरिया ने एक बार फिर से अंडर वॉटर न्यूक्लियर ड्रोन की टेस्टिंग की है। वहां के सरकारी मीडिया KCNA ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। नॉर्थ कोरिया ने अपने इस अंडरवॉटर न्यूक्लियर ड्रोन को हाइल-5-23 नाम दिया है।
कोरियन भाषा में हाइल का मतलब सुनामी होता है। ये ड्रोन समुद्र में दुश्मन पर चुपचाप हमला करने में माहिर है। KCNA के मुताबिक यह टेस्टिंग अमेरिका, साउथ कोरिया और जापान की हाल में हुई जॉइंट मिलिट्री ड्रिल के जवाब में की गई है। उन्होंने इस ड्रिल से हमारे देश को खतरे में डाला है। ऐसी ड्रिल हमारा देश अस्थिर करने की कोशिश है।
नॉर्थ कोरिया पहले भी हाइल ड्रोन की टेस्टिंग कर चुका है। इस ड्रोन के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है पर नॉर्थ कोरियाई मीडिया का कहना है कि यह घंटों पानी में रह सकता है और बड़ा धमाका करने में सक्षम है।
पिछले साल हुई थी हाइल-2 की टेस्टिंग
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरिया ने 7 अप्रैल 2023 को अंडरवॉटर न्यूक्लियर ड्रोन हाइल-2 की टेस्टिंग की थी। ये टारगेट पर अटैक करने से पहले 71 घंटों तक पानी में रहा था। उस वक्त भी नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका, जापान के युद्ध अभ्यास को जिम्मेदार ठहराया था।
नॉर्थ कोरिया ने कहा था- दोनों देशों ने लगातार जॉइंट मिलिट्री ड्रिल्स कर स्थिति को परमाणु युद्ध की कगार पर ला दिया है। तानाशाह किम जोंग ने ड्रिल्स के बदले आक्रामक कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी थी।
न्यूक्लियर टेस्ट के बाद रेडिएशन का खतरा
सियोल के एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप के मुताबिक, अंडरग्राउंड न्यूक्लियर टेस्ट साइट से निकल रहे रेडियोएक्टिव मटेरियल पानी में मिलकर साउथ कोरिया, जापान और चीन पहुंच रहे हैं। ये रेडियोएक्विट मटेरियल साइट के आसपास 3 देशों और 8 शहरों में पहुंच चुके हैं।
नॉर्थ कोरिया में न्यूक्लियर साइट के पास रह रहे करीब 10 लाख से ज्यादा लोग अपनी दिनचर्या के लिए जमीन से आने वाले पानी पर निर्भर हैं। इसके अलावा, नॉर्थ कोरिया से तस्करी के जरिए आने वाले खेती और मछली पालन से जुड़े उत्पादों में भी रेडियोएक्विट मटेरियल होने की आशंका है।
प्रतिबंध के बावजूद मिसाइल टेस्टिंग कर रहा नॉर्थ कोरिया
संयुक्त राष्ट्र यानी UN ने नॉर्थ कोरिया पर परमाणु और बैलिस्टिक हत्यारों की टेस्टिंग को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। आसान शब्दों में कहें तो नॉर्थ कोरिया परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण नहीं कर सकता है। इसके बावजूद लगातार मिसाइल टेस्ट किए जा रहे हैं।