जमैका । वेस्टइंडीज
क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी ने कहा है कि भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इशांत
शर्मा को वह भाई की तरह मानते हैं और उनके लिए मेरे मन में कोई नाराजगी नहीं है। इससे
पहले सैमी ने कहा था कि वह भी नस्लीय भेदभाव के शिकार हुए हैं और आईपीएल के दौरान उन्हें
रंग के आधार पर कालू कहा जाता था पर बाद में उन्हें यह पता चला कि कालू संबोधन मजाक
में प्यार से बोला जाता है और इसमें किसी प्रकार का नस्लीय भेदभाव नहीं है, इसलिए अब
उनके मन में इशांत के लिए नाराजगी या गुस्सा नहीं है। इशांत आईपीएल के दौरान उन्हें
मजाक में कालू कहा करते थे। इशांत के अधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर लगायी हुई एक तस्वीर
में वेस्टइंडीज के इस खिलाड़ी के लिये इस विवादित शब्द का उपयोग किया था। सैमी ने शुरू
में इसके लिये माफी की मांग की थी लेकिन बाद में उन्होंने नरमी दिखाते हुए बातचीत करने
को कहा।
सैमी ने कहा कि मैंने इशांत से बात की। मैं उन्हें अब भी उसी तरह भाई मानता हूं जैसा कि मैं 2014-2015 में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए मानता था।’’साथ ही कहा कि वह इशांत के मामले में आगे बढ़ गये हैं लेकिन अगर कोई भी इस शब्द का इस्तेमाल करता है तो वह इस पर सवाल पूछना नहीं छोड़ेंगे। वेस्टइंडीज की ओर से 232 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके सैमी अश्वेत लोगों के खिलाफ होने वाले नस्लवाद के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं।