इजराइल और हमास की जंग में अब अमेरिका और इजराइल ही आमने-सामने नजर आ रहे हैं। मंगलवार रात दो बयान सामने आए। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा- हमारी फौज गाजा नहीं छोड़ेगी और सीजफायर के लिए हजारों हमास आतंकी रिहा नहीं किए जाएंगे।
दूसरी तरफ, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा- पेरिस में अच्छी बातचीत हुई है। अब जल्द सीजफायर की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि, हमास ने ब्लिंकन के बयान को खारिज कर दिया।
मिलिट्री एकेडमी पहुंचे नेतन्याहू
नेतन्याहू ने प्री-मिलिट्री एकेडमी में स्टूडेंट्स से कहा- आप रोज रिपोर्ट्स देख रहे होंगे कि होस्टेज डील होने वाली है, सीजफायर होने वाला है। जब जंग होती है तो इस तरह की बातें भी होती हैं। मैं यहां साफ-साफ बात करना चाहता हूं। दुनिया को एक चीज समझ लेनी चाहिए कि इजराइल किसी भी सूरत में हमास के हजारों आतंकियों को रिहा नहीं करेगा।
इजराइली प्रधानमंत्री ने आगे कहा- हमारी सेना गाजा नहीं छोड़ेगी और न ही अब किसी को रिहा किया जाएगा। इनमें से कुछ नहीं होने वाला। अगर अब यह जंग रोकनी है तो सिर्फ एक तरीका है। इजराइल को पूरी जीत चाहिए। हमास के आतंकियों का सफाया किया जाएगा।\
ब्लिंकन का बयान कुछ और
दूसरी तरफ, अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन सीजफायर और होस्टेज डील की उम्मीद जता रहे हैं। वॉशिंगटन में उन्होंने कहा- पेरिस में अच्छी बातचीत हुई है। इसमें हमारे CIA डायरेक्टर, कतर, इजिप्ट और इजराइल के अफसर शामिल थे। हम उम्मीद करते हैं कि चीजें जल्द बेहतर हो जाएंगी। अब फैसला हमास को करना है कि वो क्या चाहता है। हमने उसे अच्छा प्रपोजल दिया है।
ब्लिंकन ने कहा- मैंने खुद कतर और बाकी देशों से लंबी बातचीत की है। उम्मीद करते हैं कि कई चीजें बिल्कुल साफ हो चुकी हैं। हमास को अगर अमन चाहिए तो उसे भी सही कदम उठाने होंगे।
हालांकि, ब्लिंकन के बयान के कुछ देर बाद हमास का बयान भी आ गया। उसने कहा- हमारी पहली शर्त है कि कम्प्लीट सीजफायर होना चाहिए। टेम्परेरी सीजफायर का कोई मतलब नहीं है। इसके अलावा जो बातें हैं, वो वक्त आने पर बताई जाएंगी।