पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि उन पर लगाए गए भ्रष्टाचार के सभी मामले खोखले हैं। न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक शरीफ ने शरीफ ने फिर से 2017 में उन्हें देश के प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए जिम्मेदार लोगों के लिए जवाबदेही की बात उठाई।
अपनी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) की संसदीय बोर्ड मीटिंग में नवाज ने कहा- मैं उन लोगों से बदला नहीं लेना चाहता हूं जिन्होंने मुझे सत्ता से हटाया था, लेकिन मुझे उन लोगों को माफ करने का भी कोई अधिकार नहीं है जो लोगों के दुश्मन हैं। मुझे सत्ता से हटाकर सिर्फ मेरे परिवार नहीं बल्कि पाकिस्तान के 25 करोड़ लोगों को सजा दी गई थी।
नवाज बोले- मैंने कभी जनरल बाजवा-फैज के खिलाफ साजिश नहीं रची
नवाज ने आगे कहा- मैंने कभी भी सेना के पूर्व चीफ जनरल बाजवा और जनरल फैज हामिद के खिलाफ साजिश नहीं की। न ही मैंने कभी रिटायर्ड जनरल रहील शरीफ को किसी प्लानिंग में टारगेट बनाया। शरीफ ने अपने खिलाफ चल रहे केस पर बात करते हुए कहा- इन मामलों में कोई ठोस सबूत नहीं थे। जब लोग मुझे पनामा केस के जरिए सत्ता नहीं हटा पाए तो उन्होंने इकामा का मुद्दा उठाया।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को अल-अजीजिया स्टील मिल भ्रष्टाचार मामले में शरीफ को बरी कर दिया। दरअसल, 2018 में इसी मामले में नवाज को 7 साल जेल और जुर्माने की सजा सुनाई गई थी। नवाज ने कहा- मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार मामने का मकसद मेरी सरकार को गिराना था।
क्या है अल अजीजिया स्टील मिल्स केस?
पनामा पेपर्स के खुलासे के बाद 8 सितंबर 2017 को नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो ने नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ अल अजीजिया स्टील मिल्स केस दर्ज किया था। नवाज शरीफ के पिता मोहम्मद शरीफ ने 2001 में सऊदी अरब में अल अजीजिया स्टील मिल्स की स्थापना की थी।
शरीफ परिवार का कहना था कि इसके लिए सऊदी सरकार ने कर्ज दिया था। इसके बदले में एक संपत्ति गिरवी भी रखी गई थी। जबकि नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो का कहना था कि इस मिल की स्थापना पाकिस्तान में जुटाए गए कालेधन से की गई थी। इसके लिए हिल मेटल के नाम से एक कंपनी बनाई गई और पाकिस्तान से आए कालेधन को सफेद किया गया।
2018 में एंटी करप्शन कोर्ट ने ब्यूरो ने जांच को सही ठहराया और नवाज शरीफ को दोषी करार दिया था। इसके अलावा एवनफील्ड प्रॉपर्टी मामले में उन्हें 11 साल की सजा सुनाई गई थी और 80 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था। नवाज शरीफ पर आय से अधिक संपत्ति होने का आरोप था।
16 नवंबर 2019 को लाहौर हाईकोर्ट ने नवाज की सजा सस्पेंड करते हुए उन्हें इलाज के लिए विदेश जाने की इजाजत दी थी। नवाज शरीफ अब तक 3 बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।