इसके अलावा अस्पताल के माध्यम से प्रदेशभर के सरकारी आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्रों और दवा वितरण केंद्रों में भी दवाएं भेजी जाएंगी, जिससे अधिक से अधिक मरीजों को लाभ मिल सके।
अस्पताल प्रशासन आयुर्वेदिक दवाओं के लाभ और उपयोगिता को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाएगा। इसमें निश्शुल्क स्वास्थ्य शिविर, सामाजिक संगठनों के सहयोग से जनसभाएं और इंटरनेट मीडिया और डिजिटल प्लेटफार्म्स के माध्यम से प्रचार किया जाएगा। इसके अलावा आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए शैक्षणिक कार्यशालाओं और सेमिनारों का भी आयोजन होगा।
फार्मेसी भवन निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके बाद उपकरणों की स्थापना और अन्य जरूरी प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। हमारा लक्ष्य इस साल के अंत तक फार्मेसी शुरू करना है।
इस पहल से प्रदेश में आयुर्वेदिक चिकित्सा को नया बल मिलेगा, जिससे न केवल मरीजों को शुद्ध और प्रभावी औषधियां मिलेंगी, बल्कि आयुर्वेदिक चिकित्सा का अनुसंधान और विकास भी तेज होगा। डॉ उमेश शुक्ला, डीन, शासकीय पंडित खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक कॉलेज।