पेरिस ओलिंपिक-2024 में भारत ने हॉकी में स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। मध्यप्रदेश के इटारसी से सटे चांदौन गांव के रहने वाले डीएसपी विवेक सागर प्रसाद भी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा हैं। एमपी सरकार विवेक को 1 करोड़ रुपए का इनाम देगी। विवेक फिलहाल भोपाल पुलिस हेडक्वार्टर में पोस्टेड हैं।
जीत के बाद चांदौन में जश्न मनाया गया। विवेक के परिजन और दोस्तों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को विवेक सागर से वीडियो कॉल पर बात कर उन्हें और टीम को बधाई दी।
विवेक दूसरी बार ओलिंपिक में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इससे पहले वे टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भी ब्रॉन्ज जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं। भारत ने लगातार दूसरे ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने का रिकॉर्ड 52 साल बाद बनाया है। जीत के बाद विवेक सागर ने सपोर्ट के लिए सभी को धन्यवाद दिया।
विवेक की मां ने शिव मंदिर में की पूजा
चांदौन में विवेक सागर प्रसाद के घर जश्र मनाने के बाद उनकी मां कमलादेवी शिव मंदिर पहुंचीं और पूजा-अर्चना की। बहन पूजा की खुशी का ठिकाना नहीं है। भाई विद्यासागर ने बताया कि विवेक को वीडियो कॉल किया था। शोर बहुत था, बात नहीं हो सकी। वीडियो कॉल पर केवल खुशियां शेयर कीं, रात में बात हो सकेगी।
पिता बोले- पहले मैं उसे आगे जाने नहीं दे रहा था
हॉकी टीम की जीत में विवेक की कितनी मेहनत रही? इस पर उनके पिता रोहित सागर ने कहा- विवेक ने मेहनत की है। पहले मैं उसे हॉकी के लिए आगे जाने नहीं दे रहा था, फिर एमपी अकादमी में उसका चयन हो जाने के बाद विवेक को सपोर्ट करने लगा।
भारतीय टीम के जीतने से पिता बेहद खुश हैं। उनके गांव और शहर के हॉकी खिलाड़ियों में भारत की जीत को लेकर उत्साह है।
भाई ने कहा- सोचा था, इस बार मेडल का रंग बदलेगा
विवेक के भाई विद्यासागर ने कहा-टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है, खुशी की बात है। इस बार सोचा था कि मेडल का रंग बदलेगा, लेकिन सेमीफाइनल को अचीव नहीं कर पाए। एक गोल से हार मिली।