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विधानसभा चुनावी समर में मोदी और प्रियंका आमने-सामने

Updated on 08-10-2023 09:10 AM
  इस साल के अन्त में होने वाले पांच विधानसभाओं के चुनाव में अपनी-अपनी सत्ता बचाने और दूसरे की फिसलती सत्ता को थामने की चुनौती मुख्य रुप से भाजपा और कांग्रेस के सामने है। चुनावी घमासान किसी के लिए भी आसान नहीं होता, क्योंकि सभी अपनी-अपनी ताकत झोंकते हैं तो कहीं-कहीं अन्य दलों के उम्मीदवार या असंतुष्ट भी चुनावी समीकरणों को बनाने-बिगाड़ने की भूमिका में रहते हैं। तीन राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सीधा चुनावी मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच में होना है जबकि तेलंगाना में भी एक प्रकार से सीधी लड़ाई केसीआर की बीआरएस व कांग्रेस के बीच है हालांकि वहां भाजपा भी चुनाव मैदान में है और उसका प्रयास है कि भले ही वह सत्ता में न आये लेकिन दूसरे पायदान पर अवश्य रहे। इन चुनावों में भाजपा की ओर से मुख्य प्रचारक की भूमिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी वाड्रा ही नजर आयेंगी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा और राहुल गांधी भी चुनावी समर में अपने-अपने दलों की चुनावी संभावनाएं चमकीली करते दिखाई देंगे। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और बसपा सुप्रीमो मायावती भी सत्ता की चाबी अपनी मुट्ठी में रखने के लिए पूरी ताकत लगायेंगे। हालांकि अखिलेश यादव फिलहाल अपने पूरे पत्ते खोलने के पहले शायद कांग्रेस से चर्चा करना पसंद करेंगे।
       भाजपा और कांग्रेस का समूचा ध्यान आधी आबादी महिलाओं को साधने के साथ ही आदिवासी और अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं पर है और चुनावी बिसात भी इसी ढंग से बिछाई जा रही है। जबलपुर और जोधपुर में कांग्रेस पर गरजते-बरसते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि त्रिशक्ति से कांग्रेस का भ्रष्ट तंत्र नष्ट कर दिया है और हमने कांग्रेस सरकार की बनाई भ्रष्ट व्यवस्थाओं को बदलने का अभियान चलाया तथा 11 करोड़ फर्जी लोगों के नाम सरकारी कागजों से हटाये, क्योंकि उनके नाम से पैसा खाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि ढाई लाख करोड़ रुपये से अधिक की चोरी रोकने को जनधन, आधार और मोबाइल की ऐसी त्रिशक्ति बनाई है कि कांग्रेस का भ्रष्ट तंत्र हिल गया। उन्होंने दावा किया कि अब पैसा गरीबों के हित में लग रहा है। कांग्रेस के लोग मुझ पर इसलिए गुस्सा करते हैं क्योंकि मैंने उनका कट यानी कमीशन बन्द कर दिया है। न तो मैं गरीबों का पैसा लूटने दूंगा और न ही कांग्रेस की तिजोरी भरने दूंगा। वहीं मध्यप्रदेश के ही आदिवासी अंचल धार जिले में प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि आदिवासियों के विकास का झूठा दम्भ भाजपा भरती है। 18 वर्ष के शासनकाल में मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार में 250 से अधिक घोटाले हुए हैं, ईडी मध्यप्रदेश क्यों नहीं आई। प्रियंका ने कहा कि जांच एजेंसियों को उन सबके घर भेज देते हैं जिन्होंने इनके खिलाफ कुछ बोला उन सभी के घर ईडी भी पहुंच जाती है। जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती के अवसर पर 100 करोड़ की लागत से बनने वाले स्मारक उद्यान का भूमिपूजन करते हुए मोदी ने कहा कि रानी का भव्य स्मारक बनने के बाद हिंदुस्तान की हर माता का इस धरती पर आने का मन करेगा। महाकौशल अंचल की 38 सीटें काफी महत्वपूर्ण हैं और पिछले चुनाव में भाजपा को सिर्फ 13 सीटें मिली थीं और जबलपुर में भी मुकाबला बराबरी पर रहा था, यानी चार-चार सीटें दोनों की झोली में गई थीं। कांग्रेस का नाम मोदी ने 14-15 बार लिया लेकिन प्रियंका गांधी पर कुछ नहीं बोला।
        इसी प्रकार धार जिले में प्रियंका गांधी ने आदिवासियों के योगदान और शहीदों व सन्तों के नाम लिये। मोहनखेड़ा के दर्शन किए और टंट्या मामा की प्रतिमा का लोकार्पण किया तथा जय भीम के नारे लगाये।मालवा-निमाड़ में विधानसभा की 65 सीटें हैं जिनमें से 41 सीटें जिन समाजों के बीच से आती हैं उन्हें साधने की प्रियंका ने कोशिश की। आदिवासी समाज के साथ जैन समाज और दलित समाज को भी उन्होंने साधने की कोशिश की। अपनी दादी इंदिरा गांधी का तीन बार प्रियंका ने नाम लिया और कहा कि मेरी दादी बड़ी हस्ती थीं, हमें आपकी बातें, संस्कृति की जानकारी उनसे ही मिलती थी। वे कहती थीं कि आदिवासी संस्कृति को बदलने की जरुरत नहीं है। उन्होंने यह भी रेखांकित करने की कोशिश की कि आदिवासी समाज इंदिराजी के समय से कांग्रेस से जुड़ा है। युवाओं से प्रियंका ने कहा कि अर्जुन की तरह लक्ष्य साधो, महिलाओं से कहा कि श्रीकृष्ण के रथ की लगाम रुक्मणी ने अपने हाथ में ली थी। दादा गुरुदेव राजेंद्र सूरी के दर्शन के पश्चात प्रियंका को शुद्ध घी का बूंदी का प्रसाद दिया गया जो उन्हें बहुत पसंद आया और उसी समय उन्होंने पदाधिकारियों को दो पैकेट साथ रखने के निर्देश दिये। मध्यप्रदेश में हो रहे निर्माण कार्यों पर पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार की तुलना चौपट राजा से करते हुए कहा कि सरकार ने हर क्षेत्र में व्यवस्थाएं चौपट कर दी हैं। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह नारियल को हाथ में लेकर घूमते रहते हैं, सड़क पर नारियल फोड़ते हैं तो सड़क फूट जाती है पर नारियल नहीं फूटता।
*चुनावी रेवड़ियां और सुप्रीम कोर्ट*
    देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा कि चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियां तरह-तरह के वायदे करती हैं और अदालत इस पर रोक नहीं लगा सकती। प्रधान न्यायाधीश डी.वाय. चंद्रचूड़ की बेंच ने मध्यप्रदेश और राजस्थान में राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त उपहार यानी फ्रीबीज देने के वायदों पर रोक लगाने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। मध्यप्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता भट्टूलाल जैन की याचिका पर सुनवाई करते हुए प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चन्द्रचूड़ ने कहा कि चुनाव से पहले सभी तरह के वायदे किए जाते हैं, इस पर हम नियंत्रण नहीं कर सकते। हालांकि अदालत ने जैन की याचिका को भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय की लंबित याचिका के साथ सूचीबद्ध कर दिया। अश्विनी उपाध्याय ने चुनाव से पहले सार्वजनिक धन का उपयोग करते हुए मुफ्त उपहार देने की अतार्किक घोषणा करने वाले राजनीतिक दल का पंजीकरण रद्द करने और चुनाव चिन्ह जब्त करने का चुनाव आयोग को निर्देश देने का अनुरोध किया है। सुप्रीम कोर्ट ने जैन की याचिका पर केंद्र सरकार, निर्वाचन आयोग, मध्यप्रदेश व राजस्थान सरकारों को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब मांगा है। इसके साथ ही कोर्ट ने राजस्थान के मुख्यमंत्री कार्यालय को मुकदमें में पार्टियों की सूची से मुख्यमंत्री कार्यालय को हटाने एवं उसके स्थान पर राज्य को पक्षकार बनाने को कहा है। राजस्थान व मध्यप्रदेश की सरकारों में चुनावी रेवड़ियां बांटने की एक प्रकार से होड़ लगी हुई है।
*और यह भी*
         राजस्थान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल डायरी को लेकर कांग्रेस की सरकार पर हमला बोला और कहा कि लाल डायरी में कांग्रेस के हर भ्रष्टाचार की काली करतूत है। उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में जनता से पूछा कि लाल डायरी के काले राज खुलना चाहिए कि नहीं ? लेकिन कांग्रेस खुलने नहीं देगी, इसलिए भाजपा को लाइए, हम भ्रष्टाचार करने वालों को नहीं छोड़ेंगे। सरकारी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की गैर मौजूदगी पर तंज करते हुए मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री यहां भी गायब हैं लेकिन मुझे विश्वास है कि मोदी आयेगा तो सब ठीक हो जायेगा, गहलोतजी आप अब विश्राम कीजिए हम लोग अब सब संभाल लेंगे। उन्होंने लोगों से कहा कि आपका सपना ही हमारा संकल्प है जितना कमल खिलेगा उतना राजस्थान भी खिलेगा। कांग्रेस को किसान, जवान, विज्ञानियों और राजस्थान की महिलाओं से कुछ लेना-देना नहीं है। वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने कहा कि ‘मन में है मध्यप्रदेश इसलिए नौ साल में 35 बार आ चुके हैं पीएम‘ और उन्होंने मध्यप्रदेश पर विकास रुपी स्नेह का खजाना खोल दिया है।

-अरुण पटेल, लेखक , संपादक 
 

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