मेघालय में इंदौर के कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पत्नी सोनम और चार अन्य आरोपी बुधवार को शिलॉन्ग कोर्ट में पेश किए गए। कोर्ट ने सभी को 8 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पांचों जब कोर्ट रूम में थे, तो किसी ने भी एक-दूसरे से नजरें नहीं मिलाईं। फिलहाल पांचों शिलॉन्ग के सदर थाने के a-अलग हवालात में बंद हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि सोनम ने बीती रात थाने में बिताई थी। वो बैरक में आधी रात तक जागती रही। पुलिस गुरुवार को पांचों आरोपियों का आमना-सामना करा सकती है। इसके बाद हत्या का सीन रिक्रिएट करेगी।
पुलिस सूत्रों की मानें तो सोमवार सुबह 3 बजे जब गाजीपुर के ढाबे से सोनम को हिरासत में लिया गया, तब से शिलॉन्ग तक की 27 घंटे की यात्रा में उसने किसी से बात नहीं की। बुधवार सुबह जब 11 बजे पुलिस ने पूछताछ की तो उसने खुद के साथ डकैती होने का दावा किया। लेकिन, जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड, अपराध स्थल से मिला रेनकोट, खून से सनी शर्ट जैसे सबूत दिखाए तो वो चीख-चीखकर रोने लगी। मेघालय के डीजीपी आई. नोंगरंग ने बताया- सोनम सूटकेस और मंगलसूत्र सोहरा के होमस्टे में छोड़ गई थी। एक विवाहिता का गहने छोड़ना हमें संदिग्ध लगा। इस हत्याकांड की साजिश इंदौर में रची गई, इसलिए मेघालय पुलिस सोनम को अगले कुछ दिन में इंदौर ले जा सकती है।
राजा की मां से लिपटकर रोया सोनम का भाई, बोला- फांसी हो
इंदौर में सोनम का भाई गोविंद मृतक राजा के घर पहुंच गया। उसने राजा की मां के पैर छुए और लिपटकर खूब रोया। बोला- मेरी बहन दोषी है तो उसे फांसी हो। अभी तक मिले सबूतों से 100% यकीन है कि हत्या उसी ने की है। इस घर का जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई मैं करूंगा। मैं इस परिवार की तरफ से पूरी कानूनी लड़ाई लड़ूंगा।
राज और सोनम ने हवाला से लाखों कमाए, मौसेरे भाई के चार खातों से हुए ट्रांजेक्शन
राजा रघुवंशी हत्याकांड की मास्टर माइंड पत्नी सोनम 5 साल छोटे प्रेमी राज के प्यार में पैसों के लालच में पड़ी। इंदौर पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि सोनम ने राज के दम पर हवाला कारोबार के जरिये खुद को आर्थिक रूप से मजबूत भी किया।
आठ महीनों में राज ने लाखों का ट्रांजेक्शन कर सोनम का भरोसा जीता। दोनों की नजदीकियां इस कदर बढ़ीं कि भाई-बहन के रिश्ते का दिखावा खत्म हो गया और सोनम ने साफ कहा- ‘शादी पिता की खुशी के लिए की है, एक दिन पति को मार दूंगी, फिर तुझसे शादी करूंगी।’
ऐसे शुरू हुआ हवाला :
राज के मोबाइल से हवाला कारोबार के इनपुट मिलने पर पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि सोनम अपनी मौसी के बेटे जितेंद्र रघुवंशी के बैंक खाते से हवाला का लेन-देन करवा रही थी। देवास के ढांचा भवन कॉलोनी में रहने वाले जितेंद्र के पिता नहीं हैं और वह सोनम की फर्म में कर्मचारी है।
सोनम ने उसके नाम पर 3 सेविंग और 1 करंट खाता खुलवाए। सभी खातों में अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कराया और खुद यूपीआई से लेन-देन करने लगी। पुलिस को ये भी पता चला कि राज के नाम से बने पेटीएम अकाउंट को भी सोनम खुद ऑपरेट करने लगी थी। हवाला की रकम जितेंद्र और राज के खातों से घूमती थी। जितेंद्र अभी फरार है।
मोहब्बत में रिस्क से इंप्रेस हुई :
राज ने माना कि उसने सोनम को खुश करने के लिए जोखिम उठाया। पैसों की आमद से सोनम ने उसे हमसफर मानना शुरू कर दिया। घर-ऑफिस में उसकी पहुंच बन गई। शादी की बात पर जब राज डरने लगा कि सोनम उससे दूर न हो जाए, तब उसने अपने दिल की बात कह दी। सोनम ने भी स्वीकार किया कि वह उससे प्यार करती है और पति को खत्म कर राज से शादी करेगी।
मौसी बोली- सोनम बचपन से नहीं आई : शिलांग पुलिस को सोनम के मोबाइल से जितेंद्र के खातों में संदिग्ध लेन-देन के सुराग मिले। इन्हीं से पुलिस देवास स्थित उस पते तक पहुंची जहां सोनम को हत्या के बाद छिपाया गया था।
मीडिया टीम भी यहां पहुंची तो जितेंद्र की मां रमा ने दावा किया कि सोनम उनके घर बचपन से नहीं आई। रमा घर-घर रोटियां बनाकर गुजारा करती हैं। कहा- 6 महीनों से जितेंद्र घर नहीं आया। हालांकि पुलिस को मिले यूपीआई डिटेल्स में इस पते का लिंक सामने आया है। पुलिस कॉलोनी के सीसीटीवी खंगाल रही है।
बिना संस्कार वाले बच्चे सोनम बन जाते हैं : कैलाश
मप्र के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में कहा कि बच्चों को पढ़ाना-लिखाना अच्छी बात है, पर संस्कार देना जरूरी है। बिना संस्कार के बच्चे सोनम बन जाते हैं। इसने हमारे इंदौर को कलंकित कर दिया। बात करने में शर्म आती है।