भोपाल । जून के महीने में 5 ग्रह अपनी चाल बदलने जा रहे हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छह राशियों के जातकों पर पडेगा, उन्हें सावधान रहने की जरुरत है। चाल बदलने वाले ग्रहों में सेनापति मंगल सूर्य, बुध, गुरु और शुक्र शामिल हैं। राजधानी के ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक 2 जून को सेनापति मंगल सुबह 6:50 बजे राशि परिवर्तन कर नीच राशि कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। करीब डेढ़ माह तक यानि 20 जुलाई तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। ज्योतिष में मंगल को ऊर्जा, भाई, भूमि, शक्ति, साहस, पराक्रम, शौर्य का कारक ग्रह माना जाता है। मंगल मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी हैं और मकर राशि में उच्च, जबकि कर्क में नीच के होते है। वैसे तो मंगल ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में एक क्रूर ग्रह माना गया है। लेकिन मंगल जब शुभ होते हैं तो व्यक्ति को साहसी और सेना, पुलिस जैसे क्षेत्रों में उच्च प्रदान करते हैं । वहीं जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को क्रोधी बना देते हैं। मंगल के कर्क राशि में प्रवेश के ठीक अगले दिन यानि 3 जून को बुद्धि और वाणी के प्रतीक बुध अपने मित्र शुक्र के स्वामित्व वाली वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। यहां बुध ग्रह 7 जुलाई तक स्थित रहेंगे। उसके पश्चात ग्रहों के राजा सूर्यदेव एक बार फिर परिवर्तन करते हुए 15 जून को वृषभ राशि से मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। वे यहां 16 जुलाई 2021 तक इसी स्थित रहेंगे। 20 जून को विद्या के कारक गुरु यानि देवगुरु बृहस्पति वक्री गति करते हुए कुंभ में गोचर करेंगे। इसके बाद यह 14 सितंबर को मार्गी गति शुरु करते हुए पुन: मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। 22 जून को भाग्य के कारक व भौतिक सुखों को प्रदान करने वाले शुक्र ग्रह मिथुन राशि से कर्क राशि में गोचर करेंगे। वे यहां 17 जुलाई 2021 तक स्थित रहेंगे।मंगल ग्रह जब राशि परिवर्तन करके जब अपनी नीच कर्क राशि में आएंगे तो उनके इस गोचर का भी सभी राशियों पर असर पड़ेगा। 6 राशियों को खास तौर पर सावधान रहने की आवश्यकता है। वृषभ राशि, मिथुन राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, कन्या राशि व मीन राशि के जातकों को इस समय सावधान रहना चाहिए। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखे, और कोई नए कार्य करने से पूर्व सलाह मशविरा जरूर कर ले। ज्योतिष में राशि परिवर्तन को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।