भोपाल: एलएनसीटी यूनिवर्सिटी के सभागार में एलएनसीटी यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम “श्रृंगार बने हथियार” के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी सुश्री सुप्रिया जाटव ने स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को आत्मरक्षा के महत्वपूर्ण गुर सिखाए। इस आयोजन का उद्देश्य विशेष रूप से किशोरियों और किशोरों को आत्मनिर्भर एवं सुरक्षित बनाना था। कार्यक्रम की पहल ग्राम्या संस्था द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य महिलाओं के लिए आत्मरक्षा कौशल का विकास और सशक्तिकरण है। सुप्रिया जाटव, जिन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है, ने बच्चों को कराटे की बुनियादी तकनीकें, विषम परिस्थितियों में सतर्क रहने के उपाय और आत्मविश्वास बढ़ाने के तरीके बताए। छात्रों ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया और व्यावहारिक अभ्यासों के माध्यम से आत्मरक्षा की तकनीकों को सीखा। सुप्रिया जाटव ने कहा, “आज के समय में आत्मरक्षा केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि हर छात्र और छात्रा की आवश्यकता और अधिकार है।”
इस अवसर पर एलएनसीटी यूनिवर्सिटी के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एवं पूर्व सहायक कमांडेंट श्री दीपक सक्सेना ने स्वागत उद्बोधन देते हुए वर्तमान परिवेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों और सूचना प्रौद्योगिकी के युग में आवश्यक सतर्कता उपायों पर प्रकाश डाला।
अभिभावकों और शिक्षकों ने इस पहल की सराहना की और इसे समय की आवश्यकता बताते हुए ऐसे कार्यक्रमों को नियमित रूप से आयोजित करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम में सुश्री सुप्रिया जाटव (अंतरराष्ट्रीय कराटे चैंपियन) और डॉ. पंकज शुक्ला (संचालक, ग्राम्या एवं आसरा संस्था) विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती पूर्व शर्मा त्रिवेदी रहीं। सलाहकार डॉ. रंजन कुमार, एलएनसीटी विश्वविद्यालय की महिला संकाय सदस्याएं और छात्राएं भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं। डॉ. पंकज शुक्ला ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा हेतु आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित किया और सभी महिलाओं को यह कौशल सीखने के लिए प्रेरित किया।