अबुधाबी । मांकड़िंग
को लेकर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) टीम कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के कप्तान
दिनेश कार्तिक ने कहा है कि महान आलराउंडर वीनू मांकड़ का नाम आउट करने के लिये नकारात्मक
तरीके से उपयोग किया जाना गलत है। कार्तिक ने कहा कि मांकड़िंग से आउट करना पूरी तरह
से नियमों के अंदर ही है। कार्तिक ने कहा कि
इस तरह के आउट को ‘मांकड़िंग’ नहीं कहा जाना चाहिए क्योंकि आईसीसी और एमसीसी
इसे केवल रन आउट मानते हैं।
गौरतलब है कि मांकड़ ने साल 1948 के ऑस्ट्रेलिया दौर में बल्लेबाज बिल ब्राउन को नॉन स्ट्राइकर छोर पर गेंद करने से पहले बाहर निकलने के कारण रन आउट कर दिया था। इससे पहले उन्होंने ब्राउन को लगातार चेतावनी दी थी पर वह नहीं माने थे। तब ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने इस पर आपत्ति जताते हुए इस प्रकार से आउट करने को ‘मांकड़िंग’ करार दिया था हालांकि उस समय महान बल्लेबाज डोनाल्ड ब्रैडमैन ने भी इस तरीके से आउट करने को पूरी तरह से वैध बताया था। कार्तिक ने कहा, ‘‘मांकड़ रन आउट को लेकर मेरे दो सवाल हैं। पहला इसको लागू करने से संबंधित है और दूसरा इसे मांकड़ रन आउट कहने से। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ ब्रैडमैन से लेकर सुनील गावस्कर तक सभी कहते रहे हैं कि यह नियमों के अनुसार ही हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने भी इसे सही करार दिया है। इसलिए मुझे समझ नहीं आता कि गेंदबाज या ऐसा करने वाली टीम को नकारात्मक तरीके से क्यों देखा जाता है।’’ कार्तिक ने कहा, ‘‘जिस खिलाड़ी ने सबसे पहली बार ऐसा किया वह मांकड़ थे और उन्होंने आउट करने से पहले बल्लेबाज को कई बार चेतावनी दी थी। वहीं रन आउट हुए बल्लेबाज बिल ब्राउन का कहीं नाम नहीं आता है। ’’ कार्तिक की यह टिप्पणी इसलिए अहम है क्योंकि दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने हाल में कहा था कि वह भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से बात करेंगे और उन्हें बल्लेबाज को इस तरह से रन आउट नहीं करने के लिये कहेंगे क्योंकि यह खेल भावना के विपरीत है। पिछली बार