बैडमिंटन के राष्ट्रीय शिविर में जगह नहीं मिलने से नाराज हैं कश्यप
हैदराबाद । राष्ट्रमंडल
खेलों के पूर्व
चैम्पियन पारुपल्ली कश्यप ने
बैडमिंटन के राष्ट्रीयशिविर
में जगह नहीं
मिलने पर सवाल
उठाते हुए कहा
कि इसे केवल
ओलंपिक टिकट हासिल
करने की दौड़
में शामिल आठ
दावेदारों तक सीमित
रखना सही नहीं
है। विश्व रैंकिंग
के पूर्व छठे
नंबर के इस
खिलाड़ी ने कहा
कि उनके पास
भी टोक्यो ओलंपिक
के लिए क्वालीफाई
करने का अवसर
है लेकिन वह
इस ओर आगे
नहीं बढ़ पा
रहे क्योंकि वह
शिविर में अभ्यास
नहीं कर पा
रहे है। इस
अनुभवी खिलाड़ी ने कहा,
''शिविर में केवल
आठ लोगों को
अभ्यास करने की
अनुमति देना सहीं
नहीं है। इसके
अलावा, किसी आधार
पर इन आठ
खिलाड़ियों का चयन
हुआ, इसमें से
सिर्फ तीन ने
अपनी जगह लगभग
पक्की की है
बाकी के पास
कठिन मौका है
जिसमें श्रीकांत और महिला
युगल जोड़ी भी
शामिल है।'' उन्होंने
कहा, ''मैं साई
(बी साई प्रणीत)
और (किदांबी) श्रीकांत
के बाद विश्व
रैंकिंग में 23 वें स्थान
पर हूं, फिर
मेरे नाम पर
विचार क्यों नहीं
किया गया।'' गौरतलब
है कि भारतीय
खेल प्राधिकरण (साई)
ने सात अगस्त
से साई-पुलेला
गोपीचंद अकादमी में प्रशिक्षण
को फिर से
शुरू करने की
अनुमति दी थी।
कश्यप अपनी पत्नी
और साथी शटलर
सायना नेहवाल के
साथ अकादमी के
पास एक अलग
सुविधा केन्द्र में प्रशिक्षण
ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि
उन्होंने इस मामले
में साई के
साथ अपने विचार
साझा किए लेकिन
संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली।
उन्होंने कहा, ''इस राष्ट्रीय
केन्द्र में नौ
कोर्ट है और
अभी सिर्फ चार
लोग अभ्यास कर
रहे है। इन
चार खिलाड़ियों के
लिए नौ कोच
और दो फिजियो
हैं जो अधिकतम
ढाई घंटे तक
अभ्यास करते है।
इसके अलावा बाकी
समय में कोर्ट
खाली रहता है
ऐसे में वहां
दूसरे खिलाड़ी अभ्यास
क्यों नहीं कर
सकते? यह मेरी
समझ से परे
है।