चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शुक्रवार (26 अप्रैल) को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कहा चीन और अमेरिका सहयोगी है, दुश्मन नहीं। हमें एक-दूसरे को चोट पहुंचाने की जगह, एक-दूसरे को सफल बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए। एंटनी ब्लिंकन 3 दिन चीन विजिट पर हैं।
चीन की सरकारी समाचार न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, ब्लिंकन और जिनपिंग के बीच करीब पांच घंटे तक बातचीत चली। दोनों इससे पहले साल 2023 में मिले थे। दोनों देशों ने राष्ट्रीय सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, मिडिल ईस्ट, यूक्रेन और साउथ ईस्ट एशिया पर भू राजनीतिक मतभेदों के विवादों को स्थिर करने की कोशिश की।
चीन के रूस को हथियार देने का मुद्दा भी उठा
जिनपिंग ने कहा कि हमें अतीत में मिले सबक से भविष्य की ओर चलना चाहिए। चीन एक समृद्ध अमेरिका को देखकर खुश होगा। हम उम्मीद करते हैं कि वॉशिंगटन बीजिंग के लिए वास्तविक स्थिर, सुधार और आगे बढ़ने के साझा प्रयास पर अमल करेगा।
जिनपिंग और ब्लिंकन दोनों ने संयुक्त रूप से कहा कि अभी भी कुछ मुद्दे हैं, जो देशों के संबंधों में सुधार के लिए खतरा हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर के मुताबिक, ब्लिंकन और शी के बीच बातचीत के दौरान चीन के रूस को हथियार देने का मुद्दा भी उठा। इसके अलावा दोनों ने ताइवान और दक्षिण चीन सागर के मुद्दे पर भी बात की।
अपने सहयोगी की रक्षा करता रहेगा अमेरिका
चीन ने रूस से व्यापार का जवाब देते हुए कहा कि इसे नॉर्मल ट्रेड की तरह देखा जाना चाहिए और कहा कि इस पर किसी को भी बैन नहीं लगाना चाहिए। इस पर पलटवार करते हुए चीन ने पश्चिमी देशों के यूक्रेन को हथियार और रुपए देने का मुद्दा उठाया और कहा कि इसकी वजह से युद्ध लंबा चल रहा है।
इससे पहले ब्लिंकन ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से भी मुलाकात की थी। दोनों ने स्थिरता के साथ आगे बढ़ने की सही दिशा में लौटने की बात कहीं। वांग ने कहा कि अमेरिका को चीन के फैसले पर दखल नहीं देना चाहिए। इससे दोनों देशों के रिश्ते बिगड़ जाते है।
इस पर अमेरिका ने चीन को फिलिपींस के आसपास उसके आक्रामक कदमों के बारे में चेतावनी दी और अपने सहयोगी की रक्षा करने का वादा किया।