पेरिस ओलिंपिक में महिला बॉक्सिंग के एक मैच पर विवाद शुरू हो गया है। ये मुकाबला गुरुवार को इटली की एंजेला कैरिनी और अल्जीरिया की इमान खलीफ के बीच हो रहा था।
एंजेला सिर्फ 46 सेकेंड में ही मैच से हट गईं और इस मुकाबले में इमान को जीत दी गई। एंजेला ने कहा- 'मैंने कभी ऐसा मुक्का नहीं खाया। मैं यहां जज नहीं हूं। यह मैच सही था या गलत, ये फैसला करना मेरा काम नहीं है।'
दरअसल, जिस इमान के सामने एंजेला मैच से हटीं, उन्हें एक साल पहले इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) ने जेंडर टेस्ट में फेल कर दिया था। IBA ने इमान को पिछले साल दिल्ली में हुई विमंस वर्ल्ड चैंपियनशिप के गोल्ड मेडल मैच में नहीं खेलने दिया था।
अब ओलिंपिक में इमान के पहला मैच जीतने के बाद सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं कि रिंग में महिला के सामने पुरुष को क्यों उतार दिया गया। IBA ने भी इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) पर सवाल उठाया है। IBA ने कहा कि IOC नियमों का उल्लंघन कर रही है। महिला खिलाड़ियों के साथ न्याय और उनकी सुरक्षा को दरकिनार किया गया है।
इस पर IOC ने स्टेटमेंट जारी कर कहा कि हमने PBU (पेरिस 2024 बॉक्सिंग यूनिट) के द्वारा तय नियमों के तरह ही प्लेयर्स को खेलने की अनुमति दी है।
1. महिला बॉक्सिंग मैच के दौरान क्या हुआ?
विमेंस 66kg कैटेगरी में राउंड ऑफ 16 का मुकाबला एंजेला और इमान के बीच था। एंजेला रिंग में उतरीं और इमान के पहले मुक्के से उनके हेड सेफ्टी गियर की चेन टूट गई। दूसरे मुक्के में उनकी नाक से खून बहने लगा। इसके बाद एंजेला रिंग से बाहर हो गईं। पूरा मैच सिर्फ 46 सेकेंड चला।
2. मैच से हटी महिला बॉक्सर ने क्या कहा?
एंजेला ने कहा- मैंने कभी ऐसा मुक्का नहीं खाया। मेरा दिल टूट गया। मैं एक वॉरियर हूं, मैं अपने पिता के सम्मान की खातिर रिंग में उतरी थी, लेकिन अपनी सेहत की हिफाजत के लिए मैंने मैच से हटना जरूरी समझा। ये मैच सही था या गलत, ये फैसला करना मेरा काम नहीं है। मैंने सिर्फ अपना काम किया।रिंग में उतरी, पर मेरी नाक में इतना दर्द था कि मैंने हटने का फैसला किया। इतने एक्सपीरियंस के बावजूद मैं कह रही हूं कि इतना तेज पंच मैंने जिंदगी में कभी नहीं खाया।
3. इमान खलीफ और जेंडर टेस्ट का मामला क्या है?
इमान और एंजेला के मैच से पहले भी ओलिंपिक कमेटी सवालों के घेरे में थी। इमान खलीफी और चाइनीज ताईपेई की बॉक्सर लिन यू तिंग को IBA ने 2023 में जेंडर टेस्ट में फेल कर दिया था।
इंटरनेशनल एमेच्योर बॉक्सिंग के प्रेसिडेंट उमर क्रेमलेव ने द गार्जियन से बातचीत में कहा, 'जेंडर टेस्ट में साबित हो गया था कि इमान में XY क्रोमोजोम्स हैं, जो पुरुषों में पाए जाते हैं। इसीलिए उसे बैन कर दिया गया था। इमान ने कोर्ट में अपील भी की थी, लेकिन प्रॉसेस के दौरान अपनी अपील वापस भी ले ली।'
4. ओलिंपिक कमेटी ने जेंडर टेस्ट पर क्या कहा है?
इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी के प्रवक्ता मार्क एडम्स ने कहा, 'सभी खिलाड़ियों ने एलिजिबिलिटी के नियम पूरे किए हैं। यहां किसी भी तरह का ट्रांसजेंडर मसला नहीं है। लिन और इमान के पासपोर्ट पर महिला लिखा हुआ है।'
5. इमान-एंजेला के मैच पर क्या बहस चल रही है?
मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया के बॉक्सिंग कैप्टन कैटलिन पार्कर ने कहा कि जिस कैटेगरी में इमान खलीफ खेल रही है, उसी में हमारी बॉक्सर भी हिस्सा लेंगी। इमान को खेलने दिया जा रहा है, ये सही नहीं है। मैं ओलिंपिक कमेटी से सहमत नहीं हूं। ऐसे खिलाड़ियों को खेलने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। खासतौर से बॉक्सिंग जैसे खेल में ये काफी खतरनाक हो सकता है।
सोशल मीडिया पर लोग सवाल कर रहे हैं कि एक पुरुष को महिला के रिंग में क्यों उतरने दिया। एक यूजर ने लिखा, 'पूरी दुनिया के सामने एक पुरुष ने महिला को मुक्का मारा। दुनिया ऐसे इंसान की तरह बर्ताव कर रही है, जिसके पड़ोसी ने अपनी पत्नी को मारा और वह उसने मदद नहीं की।'
6. जेंडर टेस्ट क्या होता है?
खेलों में जेंडर टेस्ट किसी खिलाड़ी का लिंग परीक्षण करने के लिए किया जाता है। इसमें किसी एथलीट में मेल हार्मोन का लेवल पता किया जाता है। संबंधित एथलीट में पुरुष प्रधान हार्मोन तय मात्रा से ज्यादा होने पर उसे प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से रोक दिया जाता है।