इजराइली सेना गाजा के बाहरी हिस्से राफा पर हमला के लिए तैयार है। यह जानकारी अमेरिकी वेबसाइट ‘पॉलिटिको’ ने सूत्रों के हवाले से दी है। अमेरिका और इजराइल के रिश्तों के लिहाज से यह अहम अपडेट है।
दरअसल, पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक इंटरव्यू के दौरान वॉर्निंग दी थी कि वो राफा पर हमले का इरादा छोड़ दें। अब अमेरिकी वेबसाइट की रिपोर्ट बता रही है कि नेतन्याहू झुकने को तैयार नहीं हैं।
चंद सेकंड में पलटे बाइडेन
शनिवार को बाइडेन ने अमेरिकी टीवी चैनल एमएसएनबीसी को इंटरव्यू दिया। इसमें एक सवाल के जवाब में कहा- हम गाजा की जंग को बढ़ने नहीं देंगे और इजराइल को राफा पर हमले से रोका जाएगा, राफा रेड लाइन यानी लक्ष्मण रेखा है। हालांकि, चंद सेकंड बाद वो पलट गए और कहा- रेड लाइन जैसी कोई बात नहीं है।
बाइडेन ने कहा- राफा रेड लाइन है, लेकिन हम इजराइल को अकेला नहीं छोड़ेंगे। इजराइल की हिफाजत बहुत अहम है। इसलिए रेड लाइन वाली जो बात मैंने कही, उसे भूल जाइए। हालांकि, मुझे नहीं लगता कि नेतन्याहू खुद भी राफा में मिलिट्री ऑपरेशन करना चाहेंगे।
एक सवाल के जवाब में बाइडेन ने कहा- 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में क्या हुआ था, ये सबको मालूम है। इसके पहले नेतन्याहू ने पॉलिटिको की ही पेरेंट कंपनी एक्सेल स्प्रिंगर से कहा था- मैं जानता हूं कि रेड लाइन क्या है। आप भी जानते हैं कि रेड लाइन क्या होती है। रेड लाइन वो है जो हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमले के दौरान क्रॉस की थी।
चुपचाप मदद कर रहे हैं अरब देश
नेतन्याहू ने इसी इंटरव्यू में बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा- इस जंग के दौरान हमें कुछ अरब देशों की तरफ से चुपचाप सपोर्ट मिल रहा है। वो जानते हैं कि हमास वास्तव में ईरान का मोहरा है।
हमास का दावा है कि गाजा पर हमले के दौरान अब तक 31 हजार फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। करीब 20 लाख बेघर हो चुके हैं। दूसरी तरफ, इजराइल ने पिछले महीने दावा किया था कि जंग में हमास के 12 हजार आतंकी मारे जा चुके हैं।
नेतन्याहू ने कहा था- मुझे लगता है कि यह जंग अब 4 से 6 हफ्ते ही चलेगी। हम आर्मी के साथ मिलकर हर चीज पर नजर रख रहे हैं। कुछ प्लान हैं, इन्हें पब्लिक प्लेटफॉर्म पर नहीं बताया जा सकता। मैं मानता हूं कि गाजा में ड्रिकिंग वॉटर की दिक्कत बहुत ज्यादा है।
पहले भी अमेरिकी सलाह ठुकरा चुके हैं नेतन्याहू
पिछले महीने नेतन्याहू ने दुनिया के दबाव के सामने झुकने से साफ इनकार कर दिया था। अमेरिका, यूरोप और इनके अलावा कई देश इजराइल से गाजा के राफा इलाके में हमले न करने को कहा था। नेतन्याहू ने इसे मानने से इनकार कर दिया था।
इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा था- कुछ लोग हमें ये सलाह दे रहे हैं कि राफा में हमले न किए जाएं। मैं उन्हें साफ बता देना चाहता हूं कि इस वक्त राफा पर हमले न करने का मतलब होगा कि इजराइल ये जंग हार जाए और ऐसा कभी नहीं होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश फॉरेन सेक्रेटरी लॉर्ड कैमरन ने पिछले महीने नेतन्याहू से
फोन पर बातचीत की थी। दोनों नेताओं ने इजराइली प्रधानमंत्री से कहा था कि वो राफा इलाके में हमले न करें। इनकी दलील थी कि राफा में रिफ्यूजी कैम्प हैं और यहां वो लोग मौजूद हैं जो गाजा के बाकी इलाकों से जान बचाकर यहां पनाह लिए हुए हैं।
दूसरी तरफ, इजराइली सरकार और सेना दोनों का कहना है कि राफा के रिफ्यूजी कैम्प्स में सिविलियन्स के साथ हजारों हमास आतंकी मौजूद हैं और यहां से वो गाजा के दूसरे हिस्सों में जाकर इजराइली सेना पर हमले कर रहे हैं।