वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक हमास सीजफायर के लिए तैयार नहीं है। इजराइल ने 7 दिन के युद्धविराम का प्रस्ताव दिया था। हमले रोकने के बदले में इजराइल ने 40 बंधकों को छोड़ने की मांग रखी थी। इसे हमास ने खारिज कर दिया।
इसके पहले हमास की पॉलिटिकल विंग का चीफ इस्माइल हानिया बुधवार को इजिप्ट की राजधानी काहिरा पहुंचा था। यहां हमास और मिस्र की लीडरशिप के बीच हमास की कैद में मौजूद बंधकों की रिहाई पर बातचीत चल रही थी।
वहीं, 7 अक्टूबर को शुरू हुई इस जंग में अब तक करीब 20 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इनमें 6 हजार से ज्यादा बच्चे हैं। इजराइल के 1200 लोग मारे गए थे।
24 घंटे में एक भी रॉकेट हमला नहीं
‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक- इजराइल का आसमान मंगलवार से बुधवार के बीच शांत रहा। करीब 24 घंटे में यहां एक भी रॉकेट हमला नहीं हुआ। करीब दो महीने बाद ऐसा हुआ कि यहां गाजा या लेबनान से कोई रॉकेट नहीं दागा गया। इसका सीधा सा मतलब ये है कि हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग के सही नतीजे मिलने लगे हैं।
नेतन्याहू बोले- आतंकी सरेंडर करेंगे या मारे जाएंगे
इजराइल के प्रधानमंत्री ने सीजफायर के लिए बढ़ते दबाव के बीच एक बार फिर न झुकने का संकेत दिया है। मीडिया के लिए जारी स्टेटमेंट में नेतन्याहू ने कहा- हमास के खात्मे तक जंग जारी रहेगी। हमास के सामने सिर्फ दो रास्ते हैं। उसके आतंकी सरेंडर करेंगे या मारे जाएंगे।
हमास पर इजिप्ट का दबाव बढ़ा