यूके की यूनिवर्सिटी में भेदभाव की शिकार भारतीय महिला को मिलेगा मुआवजा
Updated on
14-02-2024 01:20 PM
लंदन: ब्रिटेन के पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय को भारतीय महिला काजल शर्मा को 450,000 पाउंड (4.70 करोड़ रुपए) का भुगतान करना होगा, क्योंकि काजल को परिसर में नस्लीय भेदभाव का शिकार होना पड़ा। साउथेम्प्टन रोजगार ट्रिब्यूनल ने यूनिवर्सिटी को ये आदेश दिया है। ट्रिब्यूनल ने पाया कि काजल शर्मा के साथ पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय में उनके लाइन मैनेजर प्रोफेसर गैरी रीस ने नस्लीय भेदभाव किया था, क्योंकि वह बिना किसी स्पष्ट कारण के पांच साल तक नौकरी करने के बाद उन्हें उसी भूमिका में फिर से नियुक्त करने में विफल रहे और बिना किसी कारण के एक श्वेत महिला को भर्ती कर लिया।
ट्रिब्यूनल ने कहा डॉक्टर काजल शर्मा के कौशल और क्षमताओं और आकांक्षाओं को पहचानने में उनकी अनिच्छा और श्वेत कर्मचारियों को समर्थन और प्रोत्साहित प्रोफेसर के पूर्वाग्रह की ओर इशारा करती है। इस पूर्वाग्रह का मतलब उसे फिर से नियुक्त ना करना एक नस्लीय भेदभाव था। काजल शर्मा संगठनात्मक अध्ययन और मानव संसाधन प्रबंधन के एसोसिएट प्रमुख के रूप में पांच साल के निश्चित अवधि के अनुबंध पर थीं, जो 31 दिसंबर, 2020 को समाप्त हो गया और उन्हें इस पद के लिए फिर से आवेदन करना पड़ा लेकिन उनको फिर से नहीं चुना गया।
नियुक्त ना करने की नहीं बताई कोई वजह
प्रोफेसर रीस ने काजल को यह नहीं बताया कि क्यों उनका आवेदन अस्वीकार कर दिया गया और प्रतिक्रिया मांगी गई तो कोई भी जानकारी प्रदान नहीं की गई। ट्रिब्यूनल ने यह निष्कर्ष निकाला क्योंकि वह अच्छी तरह से जानते थे कि प्रक्रिया निष्पक्ष और पूरी तरह से पारदर्शी नहीं थी। ट्रिब्यूनल ने निष्कर्ष निकाला कि चयन की प्रक्रिया नस्लीय भेदभाव से प्रेरित थी और रीस ने कई विशिष्ट घटनाओं में नामित श्वेत कर्मचारियों के साथ उसके साथ अलग व्यवहार किया।
ट्रिब्यूनल ने पाया कि काजल के पिता की 8 जनवरी, 2016 को भारत में मृत्यु हो गई थी। जब उसने रीस को बताया कि उसे भारत जाना है, तो उसने जाने से पहले विभिन्न कार्यों को पूरा करने के लिए कहा। जब वह भारत में अपने पिता के अंतिम संस्कार के सिलसिले में काम कर रही थी, तब रीस ने उसे ईमेल किया और काम से संबंधित अन्य प्रश्न पूछे। ट्रिब्यूनल ने पाया कि रीस ने काजल को सीनियर फेलो बनने के लिए आवेदन करने से भी हतोत्साहित किया। ट्रिब्यूनल ने इन सब सबूतों के आधार पर काजल को मुआवजा देने का आदेश दिया है।
लाहौर । पाकिस्तान की लाहौर हाई कोर्ट में एक वकील ने याचिका दायर कर पूरे मुल्क में न्यूनतम भत्ता बढ़ाने की मांग की है। एडवोकेट फहमीद नवाज अंसारी का दावा है…
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को लंदन में बेइज्जती का सामान करना पड़ा है। एक अज्ञात व्यक्ति ने लंदन ग्राउंड स्टेशन पर उनके साथ धक्का-मुक्की की और 'चाकू से…
बीजिंग: चीन ने अपने झुहाई एयर शो में एक एडवांस्ड फाइटर जेट का अनावरण किया, जिसे देख पूरी दुनिया हैरान है। चीन का दावा है कि यह विमान सुपरसोनिक स्पीड से…
वाशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनोल्ड ट्रंप को जीत हासिल हुई है। ट्रंप ने बुधवार को अपना ‘डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस’ (DNI) चुना। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की पूर्व सदस्य तुलसी…
तेहरान: सऊदी अरब और ईरान को दुनिया लंबे समय से प्रतिद्वन्द्वियों की तरह देखती रही हैं लेकिन हालिया समय में दोनों के बीच मेल-मिलाप देखने को मिला है। इस मेल-मिलाप को…
इस्लामाबाद: भारत की मिसाइल क्षमता का लोहा दुनिया मानती है। भारत के पास स्वदेशी निर्मित अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें हैं जो पूरे एशिया और यूरोप के हिस्सों तक को निशाना बना सकती है।…
वॉशिंगटन: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की है। वॉशिंगटन पोस्ट ने रविवार को अपनी रिपोर्ट में बताया है कि दोनों नेताओं के बीच…
वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए 270 इलेक्टोरल वोट की जरूरत होती है। ट्रंप को 312 और कमला…