भारतीय हॉकी टीम की दीवार कहे जाने वाले दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश पेरिस ओलिंपिक के बाद संन्यास ले लेंगे। 36 साल के श्रीजेश ने सोमवार को हॉकी इंडिया के अभियान ‘विन इट फॉर श्रीजेश’ का आगाज करते हुए कहा- 'पेरिस ओलिंपिक उनका आखिरी इंटरनेशनल टूर्नामेंट होगा।'
कई कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स और वर्ल्ड कप खेल चुके श्रीजेश ने भारत के लिए 328 मैच खेले हैं और यह उनका चौथा ओलिंपिक है। श्रीजेश ने 2021 में खेले गए टोक्यो ओलिंपिक गेम्स में शानदार गोलकीपिंग से भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। भारत ने तब इस खेल में 41 साल के पदक के सूखे को खत्म किया था। श्रीजेश ने 2010 में डेब्यू किया था।
पेरिस में आखिरी टूर्नामेंट की तैयारी कर रहा हूं: श्रीजेश
श्रीजेश ने कहा, 'मैं पेरिस में अपने आखिरी टूर्नामेंट की तैयारी कर रहा हूं, मुझे अपने करियर पर बहुत गर्व है और उम्मीद के साथ आगे बढ़ रहा हूं। मेरी अब तक की यात्रा असाधारण रही है और और मैं अपने परिवार, टीम के साथियों, सभी कोच, प्रशंसकों और हॉकी इंडिया के प्यार और समर्थन के लिए हमेशा आभारी हूं। मुझ पर विश्वास करने के लिए धन्यवाद।'
श्रीजेश ने कहा कि उन्होंने टीम के साथियों के साथ ओलंपिक के बाद संन्यास लेने के फैसले से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा, 'मेरे टीम के साथी मुश्किल समय में मेरे साथ खड़े रहे हैं। हम सभी यहां पेरिस में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते हैं। निश्चित रूप से अपने पदक का रंग बदलना चाहते है।'
श्रीजेश विशेष खिलाड़ी: दिलीप तिर्की
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान डॉ. दिलीप तिर्की ने श्रीजेश को उनके शानदार करियर के लिए बधाई दी। तिर्की ने कहा- 'श्रीजेश मुश्किल से 18 या 19 साल के थे, जब मैंने उन्हें पहली बार भारतीय शिविर में देखा था और अगर मुझे सही याद है, तो जब मैं कप्तानी कर रहा था तब उन्होंने इंटरनेशनल हॉकी में डेब्यू किया था।'
इस पूर्व कप्तान ने कहा, 'वह एक बहुत ही विशेष खिलाड़ी हैं और भारतीय हॉकी में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए मेरा दिल खुशी और कृतज्ञता से भर गया है।' तिर्की को उम्मीद है कि श्रीजेश के इस फैसले से टीम के खिलाड़ी अपने चहते गोलकीपर को शानदार विदाई देना चाहेंगे।
उन्होंने कहा- 'पेरिस में यह दौरा निश्चित रूप से टीम के लिए विशेष होगा और मेरा मानना है कि श्रीजेश का निर्णय टीम को और अधिक प्रोत्साहित करेगा। पोडियम पर फिर से खड़े होने और इसे न केवल श्रीजेश के लिए बल्कि पूरी हॉकी बिरादरी के लिए विशेष बनाने के लिए मैं उन्हें और टीम को शुभकामनाएं देता हूं।'