टीम इंडिया के सूर्यकुमार, शिवम दुबे और अमेरिका के सौरभ नेत्रवल्कर। भारत और अमेरिका के बीच हुए मुकाबले के बाद इन मुंबईकर के नाम ही सबकी जुबां पर हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में ये दोनों टीमें पहली बार आमने-सामने थीं। और मैच भी बराबरी का हुआ। जीता इंडिया, लेकिन अमेरिका जीत के लिए जमकर लड़ा।
टी-20 मैच में 111 रन का टारगेट था। सामने रोहित, कोहली, पंत, सूर्या, हार्दिक जैसे बल्लेबाज थे। टी-20 में इनके नाम का सिक्का चलता है। लेकिन रोहित और कोहली को तो मुंबई में जन्मे सौरभ नेत्रवल्कर ने पवेलियन भेज दिया। कोहली 0 पर गए और रोहित सिर्फ 3 रन बना पाए।
इंडियन टीम को इस संकट से आज पंत या हार्दिक ने नहीं उबारा, मैच जिताने वाले भी 2 मुंबईकर ही थे। सूर्यकुमार यादव और शिवम दुबे। टीम इंडिया सुपर-8 में पहुंच गई है, लेकिन अमेरिका की उम्मीदें भी जिंदा हैं। वो सुपर-8 की प्रबल दावेदार है।
एनालिसिस से पहले उन मुंबईकर के प्रदर्शन, जिनके नाम रहा मैच
नई बॉल से लेकर आए लेफ्टी पेसर अर्शदीप सिंह ने पहले ही ओवर में दो विकेट लिए। उन्होंने पहली बॉल पर शायन जहांगीर को LBW आउट किया, फिर आखिरी बॉल पर एंडरसन गॉस को हार्दिक पंड्या के हाथों कैच कराया। इतना ही नहीं, अर्शदीप ने 15वें ओवर में सेट बैटर नीतीश कुमार (27 रन) को पवेलियन भेजा और 18वें ओवर में हरमीत सिंह (10 रन) को आउट करके अमेरिका के बड़े स्कोर तक पहुंचने की उम्मीद को खत्म किया।
2. भारतीय टीम के हीरोज
सूर्यकुमार यादव
15 रन पर कप्तान रोहित शर्मा के आउट होने के बाद खेलने आए और भारत को मैच जिताकर लौटे। सूर्या ने अर्धशतकीय पारी खेली। उन्होंने पंत के साथ 29 और शिवम दुबे के साथ नाबाद 67 रनों की पार्टनरशिप की।
शिवम दुबे
44 रन पर ऋषभ पंत का विकेट गिरने के बाद उतरे और सूर्यकुमार का अंत तक साथ दिया। दुबे ने 35 बॉल पर 31 रन बनाए। इस पारी में एक चौका और एक छक्का शामिल रहा।
हार्दिक पंड्या
अपने कोटे के 4 ओवर में 14 रन देकर 2 विकेट लिए। कनाडा के खिलाफ अमेरिक की जीत के हीरो रहे कप्तान एरोन जोन्स (27 रन) और कोरी एंडरसन (15 रन) को पवेलियन की राह दिखाई।
3. टर्निंग पॉइंट
अहम मौके पर भारत को पेनल्टी के 5 रन मिले
15 ओवर के बाद भारतीय टीम को पेनल्टी के 5 रन मिले। तब भारतीय टीम को 30 बॉल पर 35 रन चाहिए थे। इस पेनल्टी ने अमेरिकी खिलाड़ियों का मोरल डाउन किया और पेनल्टी के बाद समीकरण को 30 में से 35 से घटाकर 30 में 30 कर दिया गया। रन रेट में यह अचानक बदलाव खेल के लिए निर्णायक साबित हुआ।
नेत्रवल्कर से सूर्यकुमार का कैच ड्रॉप, भारत को मैच जिताया
भारतीय पारी के 13वें ओवर में सूर्यकुमार यादव को जीवनदान मिला। शैडली वान शल्कविक के ओवर की चौथी बॉल पर शॉर्ट थर्ड मैन में सौरभ नेत्रल्वाकर से कैच ड्रॉप हो गया। तब सूर्यकुमार यादव 22 रन के स्कोर पर खेल रहे थे। जीवनदान मिलने के बाद सूर्या ने अर्धशतकीय पारी खेलकर भारत को जीत दिला दी। यदि सौरभ कैच पकड़ लेते तो भारतीय टीम दबाव में आ जाती और मैच की तस्वीर अगल होती।
4. अमेरिका की हार की 3 वजहें
5. फाइटर ऑफ द मैच- सौरभ नेत्रवल्कर
अमेरिकी गेंदबाज सौरभ नेत्रवल्कर फाइटर ऑफ द मैच रहे। उन्होंने विराट कोहली और रोहित शर्मा को 10 रन के स्कोर पर पवेलियन भेजा। सौरभ ने अपने कोटे के 4 ओवर में 18 रन ही दिए, लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।