ओलिंपिक गेम्स से ठीक पहले भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (BFI) ने शुक्रवार को वर्ल्ड मुक्केबाजी की सदस्यता भी ले ली है। यह फैसला इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) की उस चेतावनी के बाद लिया गया है, जिसमें IOC ने कहा था कि अगर भारतीय महासंघ इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) से जुड़ा रहा, तो 2028 के लॉस एंजिलिस ओलिंपिक से इस खेल को हटाया जा सकता है, लेकिन BFI अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि महासंघ ने खुद को निलंबित आईबीए से अलग नहीं किया है।
कमेटी ने 2019 में फाइनेंस और प्रशासन संबंधी मसलों के कारण IBA की मान्यता रद्द कर दी थी। वर्ल्ड बॉक्सिंग का गठन अप्रैल 2023 में किया गया। इसके अध्यक्ष IBA अध्यक्ष पद के पूर्व दावेदार बोरिस वान डेर वोर्स्ट हैं।
पेरिस ओलिंपिक के 4 कोटा हासिल कर चुके हैं भारतीय मुक्केबाज
भारतीय मुक्केबाज अब तक पेरिस ओलिंपिक के लिए 4 कोटा हासिल कर चुके हैं। इन मुक्केबाजों से 26 जुलाई से शुरू होने वाले ओलिंपिक गेम्स में मेडल की उम्मीद की जा रही है। पिछली बार टोक्यो में लवलीना बोरगोहेन ने ब्रॉन्ज जीता था। भारतीय मुक्केबाज अब तक 3 ओलिंपिक मेडल जीत चुके हैं।
बॉक्सिंग का ओलिंपिक गेम्स में रहना जरूरी: BFI प्रेसिडेंट
BFI के प्रेसिडेंट अजय सिंह ने कहा कि मुक्केबाजी का ओलिंपिक दर्जा बरकरार रहना खेल के लिए जरूरी है, लिहाजा हम वर्ल्ड बॉक्सिंग से जुड़कर खुश हैं। सिंह ने कहा कि हम खेल के भावी विकास के लिए वर्ल्ड मुक्केबाजी के कार्यकारी बोर्ड से मिलकर काम करेंगे, ताकि दुनिया भर के मुक्केबाजों को उज्ज्वल भविष्य मिल सके।
भारत हमारे लिए महत्वपूर्व देश: वर्ल्ड बॉक्सिंग
वर्ल्ड बॉक्सिंग के प्रेसिडेंट वान डेर वोर्स्ट ने कहा कि विश्व मुक्केबाजी के लिए भारत बहुत महत्वपूर्ण देश है और हम BFI का वर्ल्ड बॉक्सिंग फैमली में स्वागत करते हैं। यह बेहद रोमांचक कदम है, जिससे एशिया में हमारी मौजूदगी बढ़ेगी। हम भारतीय महासंघ के साथ मिलकर संयुक्त लक्ष्य के लिए काम करेंगे।
पेरिस ओलिंपिक में IOC की देखरेख में होंगे बॉक्सिंग के इवेंट
26 जुलाई से शुरू हो रहे पेरिस ओलिंपिक में बॉक्सिंग के इवेंट IOC की देखरेख में आयोजित होंगे। इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन लगातार दूसरे ओलिंपिक गेम्स का हिस्सा नहीं होगा। टोक्यो ओलिंपिक के बाद लगातार दूसरे बड़े इवेंट का हिस्सा नहीं होगा।