नई दिल्ली । इंटरनेट
और सर्वर की
खराबी के कारण
भारत और रुस
को ऑनलाइन विश्व
शतरंज ओलंपियाड का
संयुक्त विजेता घोषित किया
गया है। यह
पहली बार है
जब भारतीय टीम
को प्रतियोगिता में
स्वर्ण पदक मिला
है। इस टूर्नामेंट
के फाइनल में
भारत के दो
खिलाड़ियों निहाल सरीन और
दिव्या देशमुख का समय
सर्वर के साथ
कनेक्शन नहीं बन
पाने से खराब
हुआ। इसके बाद
भी रूस को
विजेता घोषित किया गया
पर भारत की
आपत्ति के बाद
दोनो देशों को
संयुक्त विजेता घोषित कर
दिया गया।
कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए पहली बार अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) ने ओलंपियाड का ऑनलाइन आयोजन किया है। फिडे ने ट्वीट किया, '' अध्यक्ष अर्काडी डोवोरकोविच ने दोनों टीमों भारत और रूस को ऑनलाइन शतरंज ओलंपियाड का स्वर्ण पदक देने का फैसला किया है।''
इस टूर्नामेंट के दौरान फाइनल का पहला दौर 3-3 से बराबर रहा था। पहली छह बाजियां बराबरी पर रहीं थी। रूस ने दूसरा दौर 4.5-1.5 से जीता। उसकी तरफ से आंद्रेई एस्पिको ने सरीन को जबकि पोलिना शुवालोवा ने देशमुख को शिकस्त दी पर भारतीयों ने कहा कि खराब इंटरनेट कनेक्शन के कारण उनकी हार हुई है।
वहीं दूसरे दौर में आनंद ने इयान नेपोमिनियात्ची के खिलाफ ड्रॉ खेला जबकि कप्तान विदित गुजराती ने दानिल दुबोव के खिलाफ अंक बांटे। महिला वर्ग में कोनेरू हंपी की अलेक्सांद्रा गोरयाचकिना जबकि डी हरिका की अलेक्सांद्रा कोस्तेनियुक के साथ बाजी बराबरी पर रही। पहले दौर में गुजराती ने नेपोमिनियात्ची से ड्रॉ खेला जबकि हरिकृष्णा और व्लादीमीर आर्मेतीव ने भी अंक बांटे।