भारत ने पेरिस ओलिंपिक में हॉकी का ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। भारतीय हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराया। गुरुवार को स्पेनिश टीम ने 18वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर पहला गोल दागा और 1-0 की बढ़त बनाई।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 30वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके भारत को 1-1 की बराबरी दिलाई। फिर 33वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके 2-1 की बढ़त हासिल कर ली। ब्रॉन्ज मेडल मैच में मिली जीत के असल हीरो अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश और फर्स्ट रशर अमित रोहिदास रहे।
1. पीआर श्रीजेश की गोलकीपिंग
अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेल रहे पीआर श्रीजेश पूरे मुकाबले के दौरान गोल-पोस्ट के सामने दीवार बनकर खड़े रहे। उन्होंने सिर्फ एक गोल खाया, वो भी पेनल्टी स्ट्रोक पर। आखिरी 5 मिनट में स्पेन को 5 पेनल्टी मिले, लेकिन स्पेनिश ड्रैग फ्लिकर गोल नहीं कर सके।
2. भारतीय कप्तान हरमनप्रीत, 2 गोल किए भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 30वें और 30वें मिनट में दो गोल किए। दोनों गोल पेनल्टी कॉर्नर पर आए। हरमन ने पेरिस ओलिंपिक में 10 गोल दागे हैं।\
3. अमित रोहिदास का फर्स्ट रश
दुनिया के नंबर-3 फर्स्ट रशर अमित रोहिदास का योगदान भी अहम रहा। मैच में स्पेन को 9 पेनल्टी कॉर्नर मिले और रोहिदास ने गोल होने से बचाया। पेनल्टी कॉर्नर को रोकने में फर्स्ट रशर की भूमिका सबसे अहम होती है, क्योंकि विपक्षी टीम के ड्रैग फ्लिकर के शॉट को रोकने की जिम्मेदारी उसी की होती है।
4. भारत का डिफेंस, विपक्षी हमलों को नाकाम किया
पूरे मैच के दौरान भारतीय टीम का डिफेंस कमाल का रहा। एक-दो मौकों को छोड़ दें तो भारतीय डिफेंस ने अपना रोल बखूबी निभाया। स्पेन की टीम 23 मौकों पर भारतीय डी में प्रवेश करने में कामयाब रही। यहां भारतीय डिफेंडर्स ने विपक्षी हमलों को नाकाम किया।
5. आखिरी 27 मिनट में बाजी मार गया भारत
मैच का तीसरा क्वार्टर भारत के नाम रहा। इसमें भारतीय टीम न केवल बढ़त का गोल दागा, बल्कि स्पेनिश टीम पर दबाव भी बनाया। भारतीय टीम ने 33वें मिनट में गोलकरके 2-1 की बढ़त बनाई। उसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने स्पेनिश टीम को बराबरी करने का मौका नहीं दिया।
मैच के आखिरी 5 मिनट में स्पेनिश टीम ने अच्छे मूव बनाए और पेनल्टी हासिल की, लेकिन गोल नहीं कर सके। पूरे मैच में भारत की बॉल पोजिशन 49 फीसदी रही, जबकि स्पेन की बॉल पोजिशन 51 रही।